पूंजी बाजार नियामक संस्था, सेबी निवेशकों के बीच धड़ल्ले से बंट रही निवेश की सलाहों को लेकर परेशान हो गई है। उसने निवेशकों को आगाह किया है कि अगर कोई व्यक्ति एसएमएस, इलेक्ट्रॉनिक या प्रिट मीडिया पर विज्ञापन के जरिए निवेश की सलाह देता है, भले ही वह किसी अनुबंध या इसके बिना यूं ही दे रहा हो, तो वो बाजार भावों को प्रभावित करने और निवेशकों को झांसा देने की कोशिश हो सकती है। इसलिए निवेशकोंऔरऔर भी

निवेशकों से जुड़ने के मकसद से नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एएनएसई) ने ग्राहकों के लिए नई सुविधा शुरू की है जिसमें उन्हें संबंधित सौदों के बारे में हर दिन की सूचना उसी दिन एसएमएस और ई-मेल से दे दी जाएगी। इस सुविधा से निवेशकों को अपने रोजाना के कारोबार की जांच करने में मदद मिलेगी। नेशनल स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) ने एक बयान में कहा, ‘‘जिस ग्राहक ने एनएसई की वेबसाइट पर मोबाइल नंबर और ईमेल दर्ज किया है,औरऔर भी

अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीएजी) क दावा है कि उसने समूह की कंपनियों के खिलाफ निराधार व सनसनीखेज अफवाहें फैलानेवाले शेयर ब्रोकरों की पहचान कर ली है और सेबी से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। समूह का कहना है कि ये ब्रोकर बड़ी संख्या में ई-मेल और एसएमएस भेज रहे थे और समूह की कंपनियों के खिलाफ निराधार व सनसनीखेज आरोप के साथ बड़ी संख्या में निवेशकों को फोन कर रहे थे। बता देंऔरऔर भी

लोन के लिए रिश्वतखोरी के मामले में बड़े नायाब किस्म के एसएमएस इस्तेमाल किए गए हैं। जैसे, बिचौलिये को संदेश मिला कि ऑल इज़ वेल तो मतलब कि लोन मंजूर हो गया है। अगर बैंक या वित्तीय संस्था के अधिकारी ने एसएमएस में लिखा – चाइनीज क्यूजीन तो मतलब कि रिश्वत तगड़ी चाहिए। पंजाबी फूड के एसएमएस का मतलब होता है कि रिश्वत सोने के जेवरात, महंगी घड़ियों या इसी तरह के साजोसामान के रूप में चाहिए।औरऔर भी

ई-मेल, एसएमएस व फोन द्वारा लॉटरी जीतने और ईनाम देने के फर्जीवाड़े से जनता को जागरूक करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक अब मीडिया का सहारा ले रहा है। रिजर्व बैंक ने जनता को धोखाधड़ी वाली लाटरियों में न फंसने के लिए टेलीविजन व रेडियो में विज्ञापन प्रसारित करवाने के साथ ही अब प्रिंट मीडिया के माध्यम से भी जागरूक करने में लग गया है। भारतीय रिजर्व बैंक के उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के क्षेत्रीय निदेशक बाजिलऔरऔर भी

पहले सीधे पत्र आते थे। फिर ई-मेल आने लगे और अब एसएमएस भी आ रहे हैं जो बताते हैं कि आपने फलां देश की फलां लॉटरी जीत ली है या किसी अरबपति ने अपनी सारी जायदाद आपके नाम कर दी है। आपने उनके झांसे में आकर हां कर दी तो प्रोसेसिंग फीस वगैरह लेने का सिलसिला शुरू होता है जिसमें बाकायदा रिजर्व बैंक के बड़े अधिकारियों तक का नाम व पता बताया जाता है, उनके लेटरहेड परऔरऔर भी