अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीएजी) क दावा है कि उसने समूह की कंपनियों के खिलाफ निराधार व सनसनीखेज अफवाहें फैलानेवाले शेयर ब्रोकरों की पहचान कर ली है और सेबी से उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
समूह का कहना है कि ये ब्रोकर बड़ी संख्या में ई-मेल और एसएमएस भेज रहे थे और समूह की कंपनियों के खिलाफ निराधार व सनसनीखेज आरोप के साथ बड़ी संख्या में निवेशकों को फोन कर रहे थे। बता दें कि पिछले कुछ हफ्तों के दौरान एडीएजी समूह की विभिन्न कंपनियों के शेयरों में तेज गिरावट आई है और समूह ने इसके लिए प्रतिस्पर्धी समूहों, शेयर बाजार में कृत्रिम उतार-चढ़ाव लाने वाले लोगों के समूह और अफवाहों को जिम्मेदार ठहराया है। उसका कहना था कि मंदड़ियों का एक अवैध कार्टेल इसके पीछे काम कर रहा था।
समूह ने सेबी, स्टॉक एक्सचेंजों और जांच एजेन्सियों से इस मामले की जांच करने की मांग करते हुए शुक्रवार कहा कि, ‘‘उसने समूह के खिलाफ निराधार व सनसनीखेज आरोपों के साथ ई-मेल, एसएमएस और वॉयस कॉल भेजने वाले शेयर ब्रोकरों की शिनाख्त कर ली है।’’ हालांकि समूह ने अपने बयान में ब्रोकरों का नाम नहीं लिया है। लेकिन माना जाता है कि समूह ने शेयर ब्रोकरों के नामों और उनकी संदिग्ध गतिविधियों का पूरा ब्यौरा सेबी को भेज दिया है।
समूह ने कहा, ‘‘इन ब्रोकरों ने सेबी के घोखाधड़ी व अनुचित कारोबार संबंधी नियमों का जबरदस्त उल्लंघन किया है।’’ ये नियम सेबी (प्रॉहिबिशन ऑफ फ्रॉडुलेंट एंड अनफेयर ट्रेड प्रैक्टिसेज) रेगुलेशंस के अंतर्गत आते हैं। समूह ने दोषी ब्रोकरों के खिलाफ सेबी से व्यापक स्तर पर जांच करने और दंडात्मक अंतरिम आदेश पारित करने की मांग की।