कब कौन-सा शेयर क्यों बढ़ जाएगा, कोई ठीक से नहीं बता सकता है। हमारे पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम भी एक बार ऐसी बात कह चुके हैं कि हमारा शेयर बाजार क्यों बढ़ जाता है, गिर जाता है, पता नहीं। उन्होंने यह भी कहा था कि शेयरों के बढ़ने-गिरने के इस खेल में कोई बेचता है तभी तो कोई खरीदता है। एक का घाटा दूसरे का फायदा होता है। लेकिन उन्होंने यह नहीं बताया कि दूसरे बाजारोंऔरऔर भी

ईटीएफ का मतलब है एक्सचेंज ट्रेडेड फंड। ये मूलतः सूचकांक या जिंसों पर आधारित फंड होते हैं जो शेयरों की तरह स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध होते हैं और ब्रोकरों को ऑर्डर देकर या अपने डीमैट खाते से इन्हें हर दिन खरीदा-बेचा जा सकता है। दुनिया भर में ईटीएफ बहुत लोकप्रिय हैं और इनमें संस्थागत निवेशकों के लिए आम निवेशक तक अच्छा-खासा निवेश करते हैं। वहां शेयरों, ऋण प्रपत्रों और सोने ही नहीं, क्रूड ऑयल जैसे जिंसों तकऔरऔर भी

1. आईपीओ ग्रेडिंग क्या होती है? प्रारंभिक सार्वजिनक ऑफर (आईपीओ) या पब्लिक इश्यू लाने वाली हर कंपनी को उसकी ग्रेडिंग करानी जरूरी है। यह ग्रेडिंग सेबी में पंजीकृत क्रेडिट रेटिंग एजेंसियों द्वारा की जाती है। इश्यू की बुनियादी बातों और कंपनी के वित्तीय कामकाज से लेकर प्रबंधन क्षमता का जायजा लेकर ही ग्रेड दिये जाते हैं। ऐसे ग्रेडिंग आमतौर पर पांच–अंकों में से दी जाती है। इस अंक के आधार पर पता चलता है कि अमुक इश्यूऔरऔर भी

1. कमोडिटी के स्पॉट व फ्यूचर भाव क्या होते हैं? कमोडिटी को हिंदी में जिंस और स्पॉट को हाजिर व फ्यूचर को वायदा कहते हैं। लेकिन हम बोलचाल के कारण इनके लिए अंग्रेजी शब्दों का ही इस्तेमाल करेंगे। स्पॉट भाव तो सीधा-सीधा वह भाव है जिस पर हम नकद देकर कोई जिंस खरीदते हैं। इसमें भी रिटेल और होलसेल भाव अलग होते हैं। फ्यूचर भाव भविष्य की किसी तारीख को उसी जिंस के भाव होते हैं। जैसे,औरऔर भी