इधर हमारा शेयर बाज़ार जिस कदर बेतहाशा बढ़ रहा है, उसकी एक वजह रिटेल निवेशकों का पतंगों की तरह उमड़ना भी हो सकता है। इसका संकेत बाजार में बढ़ते वोल्यूम से मिलता है। अमूमन कैश सेगमेंट में 65,000 से 75,000 करोड़ रुपए का वोल्यूम होता था। लेकिन 29 जनवरी को यह 85000 करोड़, बजट के दिन 87,600 करोड़ और 2 फरवरी को तो 1,00,470 करोड़ रुपए तक पहुंच गया। 4 फरवरी को यह 90,288 करोड़ था, जिसमेंऔरऔर भी