बड़ा आत्मघाती होता है अतिविश्वास
वॉरेन बफेट जैसे धुरंधर तक हमेशा सही नहीं होते तो हम-आप किस खेत की मूली हैं। अक्सर लगातार ट्रेड सही पड़ने के बाद हम बम-बम करने लगते हैं। गुमान हो जाता है कि हम गलत नहीं हो सकते। घाटा मारता है तो उस ट्रेड से निकलने के बजाय पोजिशन बढ़ाते जाते हैं। होश तब आता है जब सारा मुनाफा उड़नछू हो जाता है। याद रखें, बाज़ार में अतिविश्वास हमेशा आत्मघाती होता है। चलिए, परखें गुरुवार की दशा-दिशा…औरऔर भी