वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने भले ही पिछले साल सितंबर में नॉर्थ ब्लॉक स्थित अपने कार्यालय की सुरक्षा को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था। लेकिन जांच के बाद सुरक्षा में सेंध जैसा कोई मामला नहीं पाया गया है। इंडियन एक्सप्रेस में उस पत्र की खबर छपने के बाद वित्त मंत्री ने मंगलवार को कहा कि जांच एजेंसियों को नॉर्थ ब्लाक में उनके कार्यालय की सुरक्षा व्यवस्था में कथित सेंध की जांच में कुछ नहीं दिखा है।
मुखर्जी ने अपने और अपने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के कार्यालयों की सुरक्षा में चूक की संभावनाओं से संबंधित खबर के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा, ‘‘ ऐसी खबरों के संदर्भ में आईबी ने इसकी जांच की और उसे ऐसा कुछ भी नहीं मिला।’’
प्रकाशिक खबर के मुताबिक, वित्त मंत्री ने पिछले साल 7 सितंबर को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को पत्र लिखकर अपने कार्यालय की सुरक्षा में गंभीर चूक की गोपनीय जांच कराने का अनुरोध किया था। पत्र में कहा गया था कि उनके कार्यालय में कई जगहों पर 16 संदिग्ध चीजें चिपकाई गई हैं जिनमें इलेक्ट्रॉनिक जासूसी के छोटे यंत्र हो सकते हैं। इन तथाकथित यंत्रों की मौजूदगी कर विभाग के तंत्र और निजी जासूसों ने उगागर की थी।
लेकिन आईबी ने इनकी जांच की तो पता चला कि ये च्युइंग-गम टाइप चीजें थीं जिन्हें हो सकता है कि दफ्तर के ही किसी ने गैर-इरादतन जहां-तहां फेक दिया हो।