अमेरिका की एक सरकारी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत नकली मुद्रा के बढ़ते प्रवाह से जूझ रहा है जिसका प्रमुख स्रोत पाकिस्तान है और इस मुद्रा का इस्तेमाल आतंकवाद व आपराधिक नेटवर्क अपनी गतिविधियां चलाने के लिए करते हैं।
इस स्थिति पर चिंता जताते हुए अमेरिकी विदेश विभाग की वर्ष 2011 की अंतरराष्ट्रीय मादक पदार्थ नियंत्रण रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘भारत बड़े पैमाने पर नकली मुद्रा के बढ़ते प्रवाह से जूझ रहा है जो मुख्यतः पाकिस्तान में बनाई जाती है लेकिन जिसे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय मार्गों से भारत में खपाया जाता है।’’
रिपोर्ट ने कहा है, ‘‘आपराधिक नेटवर्क असली नोटों के लिए इस नकली मुद्रा का विनिमय करते हैं जिससे न केवल धनशोधन आसान होता है बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था के समक्ष खतरा भी उत्पन्न होता है।’’ रिपोर्ट का कहना है कि कर चोरी और विविध आर्थिक अपराध (धोखाधड़ी, साइबर अपराध और पहचान की चोरी समेत) काले धन का कारोबार करने वाले के लिए अब भी मुख्य सहारा हैं।
दरअसल काला धन मानव व मादक पदार्थ तस्करी, सीमापार संगठित अपराध, अवैध व्यापार खासकर संकटग्रस्त वन्य-जीव और अवैध मणि (मुख्य रूप से हीरा) के अवैध व्यापार व भ्रष्टाचार से आता है।
बताइये व्हाईट हाउस तक चिंतित हो गया है.