भारत बना हथियारों का सबसे बड़ा आयातक

भारत हथियारों के मामले में चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया का सबसे बड़ा आयातक देश बन गया है। यह दुनिया में हो रही हथियारों की बिक्री का 10 फीसदी खरीदता है। स्वीडन के सुरक्षा मामलों की एक संस्था ने कहा है कि पिछले पांच सालों (2007 से 2011 के बीच) में भारत के हथियारों की खरीद में 38 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। उल्लेखनीय है कि वित्त वर्ष 2012-13 के लिए भारत का रक्षा खर्च 17 फीसदी बढ़ाकर 1.93 लाख करोड़ रुपए (41 अरब डॉलर) कर दिया गया है।

स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट  (सिप्री) ने अपनी ताजा रिपोर्ट में कहा है कि भारत के ठीक पीछे चीन और पाकिस्तान हैं जिनके हथियारों का आयात वैश्विक बिक्री का करीब पांच फीसदी है। सिप्री ने कहा कि पाकिस्तान ने इस अवधि के दौरान काफी संख्या में लड़ाकू विमान (चीन से 50 जे एफ-17 और अमेरिका से 30 एफ-16) खरीदे हैं।

रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2006 से 2007 के बीच दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश रहा चीन अब चौथे स्थान पर पहुंच गया है जो इस देश के हथियार उद्योग में सुधार और हथियारों के बढ़ते निर्यात को दर्शाता है। दूसरी तरफ चीन खुद अब दुनिया का छठां सबसे बड़ा हथियार निर्यातक देश बन गया है और उससे आगे केवल अमेरिका, रूस, जर्मनी, फ्रांस और ब्रिटेन हैं।

उसने कहा, ‘‘हालांकि चीन का हथियार निर्यात बढ़ रहा है लेकिन इस मुख्य कारण यह है कि पाकिस्तान चीन से और ज्यादा हथियार आयात कर रहा है। बीजिंग को किसी अन्य महत्वपूर्ण बाजार में बड़ी सफलता नहीं मिली है।’’ सिप्री के आकलन के मुताबिक भारत में आने वाले 15 साल में करीब 100 अरब डॉलर के हथियार और युद्धक प्रणालियां खरीदेगा।

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