खाद्य वस्तुओं की मुद्रास्फीति 7 मई को समाप्त हुए सप्ताह में घटकर डेढ़ साल के निचले स्तर 7.47 फीसदी पर पर आ गई। साल भर पहले इसी दौरान खाद्य मुद्रास्फीति की दर 22.15 फीसदी थी।
अभी खाद्य मुद्रास्फीति में कमी की खास वजह दाल, सब्जी और गेहूं की कीमतों में नरमी आना है। लेकिन विशेषज्ञों ने कहा कि गैर-खाद्य वस्तुओं की कीमतों में तेजी अब भी बनी हुई है जिससे रिजर्व बैंक ब्याज दरें और बढ़ा सकता है।
वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने खाद्य मुद्रास्फीति के ताजा आंकड़ों के संबंध में राजधानी दिल्ली में संवाददाताओं से कहा, ‘‘खाद्य मुद्रास्फीति और सकल मुद्रास्फीति में गिरावट की प्रवृत्ति है।’’ पिछले डेढ़ साल में यह इसका न्यूनतम स्तर है। यह लगातार तीसरा सप्ताह है जब खाद्य मुद्रास्फीत में कमी दर्ज की गई है। इससे पिछले सप्ताह खाद्य मुद्रास्फीति 7.70 प्रतिशत थी।
उल्लेखनीय है कि 2010 में ज्यादातर समय खाद्य मुद्रास्फीति दहाई अंक में रही और इस साल मार्च में इसमें नरमी का रुख बना। समीक्षाधीन सप्ताह में दालें एक साल पहले की तुलना में 8.87 फीसदी सस्ती रहीं जबकि सब्जियों का भाव 3.61 फीसदी नीचे रहा। गेहूं इस दौरान 0.06 फीसदी की मामूली कमी के साथ कमोबेश स्थिर रहा है।