अर्थव्यवस्था पर नजर रखनेवाली प्रमुख शोध संस्था सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (सीएमआईई) का आकलन है कि मानसून खत्म होने के बाद निर्माण गतिविधियों में तेजी आएगी जिससे सीमेंट की कीमतों में तेजी आ सकती है।
सीएमआईई ने अपनी मासिक समीक्षा में कहा है कि मानसून के बाद निर्माण गतिविधियों में तेजी की संभावना है। इससे सीमेंट की मांग बढ़ सकती है। नतीजतन सीमेंट की कीमत चढ़ेगी। रिपोर्ट के अनुसार मई के बाद मांग नरम पड़ने से सीमेंट की कीमत कम हुई है। मुंबई, दिल्ली व कोलकाता में फिलहाल सीमेंट की कीमत मार्च-अप्रैल 2011 के मुकाबले कम है।
मुंबई में अप्रैल में सीमेंट की कीमत प्रति बोरी (50 किलो) 283 रुपए थी जो जुलाई तक घटकर 276 रुपए हो गई। दिल्ली में सीमेंट की कीमत प्रति बोरी अप्रैल में 261 रुपए थी जो जुलाई में घटकर 256 रुपए पर प्रति बोरी हो गई। इसी प्रकार, कोलकाता में सीमेंट की कीमत प्रति बोरी मार्च में 298 रुपए थी जो जुलाई में घटकर 247 रुपए बोरी हो गई।
बहरहाल, दक्षिणी राज्यों में सीमेंट की कीमत स्थिर बनी हुई है। चेन्नई और हैदराबाद में सीमेंट की प्रति बोरी कीमत जुलाई महीने में अप्रैल 2011 के लगभग बराबर रही। रिपोर्ट के अनुसार सीमेंट के निर्यात में जुलाई महीने में साल भर पहले की तुलना में 10.1 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई।