कहां तो विश्लेषक मानकर चल रहे थे कि मई में औद्योगिक उत्पादन सूचकांक 16 फीसदी बढ़ेगा और कहां असल में यह 11.5 फीसदी ही बढ़ा है। यह पिछले सात महीनों का सबसे निचला स्तर है। लेकिन इन आंकड़ों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए वित्त सचिव अशोक चावला का कहना है कि किसी को भी यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि औद्योगिक मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर लंबे समय तक असामान्य दरों पर बढ़ता रहेगा। इसके सामने क्षमता की सीमाएं हैं।औरऔर भी

देश में 256 केबीपीएस से अधिक डाउनलोड स्पीड के ब्रॉडबैंड कनेक्शन लेनेवाले सब्सक्राइबरों की संख्या मई 2010 के अंत तक 92.4 लाख हो गई है। यह पिछले महीने अप्रैल की संख्या 90 लाख से 2.67 फीसदी अधिक है। टेलिकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी (टीआरएआई) से मिली आधिकारिक जानकारी के मुताबिक मई अंत तक देश में कुल मोबाइलधारकों की संख्या 61.75 करोड़ से ऊपर हो गई है। यह अप्रैल के 60.12 करोड़ से 2.71 फीसदी ज्यादा है। अगर लैंडलाइन कनेक्शनोंऔरऔर भी

पूंजी बाजार नियामक संस्था, सेबी 1 जुलाई 2010 से ऐसा नियम लागू करने जा रही थी, जिससे म्यूचुअल फंडों में कॉरपोरेट क्षेत्र का छोटी अवधि का भारी निवेश दूर भाग सकता था। लेकिन सेबी ने एक नया सर्कुलर जारी कर इस पर अमल की तारीख 1 अगस्त 2010 कर दी है। वैसे, साथ ही कहा कि जो म्यूचुअल फंड इसकी तैयारी कर चुके हों, वे इसे पहले भी लागू कर सकते हैं। असल में सेबी ने 2औरऔर भी

उद्योग को परेशान करनेवाली मुद्रास्फीति की दर मई महीने में फिर दहाई अंक में पहुंच गई है। केंद्रीय वाणिज्य व उद्योग मंत्रालय की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति की दर मई 2010 में 10.16 फीसदी रही है। यह अनंतिम अनुमान है और अंतिम अनुमान इससे ज्यादा हो सकता है। मार्च में मुद्रास्फीति का अनंतिम अनुमान 9.90 फीसदी का, लेकिन अंतिम आंकड़ा 11.04 फीसदी निकला है। अगले माह जुलाई में अप्रैलऔरऔर भी