दबाव के बीच
जब तक नौकरी का दबाव, तब तक अपने काम का समय नहीं। जब नौकरी से मुक्त होकर अपने काम की फुरसत, तब नौकरी की नियमित आय के रुक जाने से उपजी असुरक्षा और घबराहट। मतलब, काम तो दबाव के बीच ही हो सकता है।और भीऔर भी
महज 8% भारतीय खुश हैं नौकरी से
भारत में नौकरी करनेवाले महज 8% लोग अपनी नौकरी से खुश हैं। इस सच को उजागर किया है अंतरराष्ट्रीय शोध व सलाहकार फर्म, गैलप के ताजा सर्वे ने। इस साल जनवरी से मार्च के दौरान किए गए इस सर्वे के मुताबिक 31% भारतीय अपने कामकाज से असंतुष्ट व दुखी हैं। वे दफ्तर में जाकर दूसरों से अपना दुखड़ा ही रोते रहते हैं। अपने कामकाज से उत्साहित सबसे ज्यादा 74% लोग डेनमार्क में हैं। वहीं सबसे पस्त हालतऔरऔर भी
जिरहबख़्तर
न जाने कितने जिरहबख्तर बांधे फिरते हैं हम। कभी भगवान, कभी परिवार, कभी परंपरा तो कभी नौकरी का कवच कुंडल हमारी हिफाजत करता रहता है। बहादुर वो है जो इस सारी सुरक्षा को तोड़कर सीधे सच का सामना करता है।और भीऔर भी
नौकरी के लिए झूठ: मुंबई, मेरठ व कानपुर अव्वल
नौकरी हासिल करने के लिए संभावित नियोक्ताओं को अब पहले से ज्यादा लोग गलत जानकारियां दे रहे हैं। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2011 की पहली तिमाही में इस तरह के मामलों में इजाफा हुआ है। नोट करने की बात है कि मुंबई, मेरठ और कानपुर उन शीर्ष तीन शहरों में हैं, जहां उम्मीदवारों द्वारा अपनी शिक्षा के बारे में सबसे ज्यादा गलत जानकारियां दी गईं। दुनिया के पैमाने पर इस तरह के जोखिम परऔरऔर भी
नौकरी और बरक्कत
सिर्फ अपने या अपनों के लिए कमाने से नौकरी होती है, बरक्कत नहीं होती। बरक्कत तब होती है, दौलत तब बरसती है, जब आप किसी सामाजिक संगठन, संस्था या कंपनी के लिए कमाते हो।और भीऔर भी
सोच का दायरा
जो लोग सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं, वे नौकरी करते हैं। जो लोग सिर्फ समाज के बारे में सोचते हैं, वे होलटाइमरी करते हैं। जो लोग अपने साथ-साथ समाज के बारे में भी सोचते हैं, वे उद्यमी बनते हैं।और भीऔर भी
नौकरी छोड़ने के तीन साल बाद पीएफ खाते पर कोई ब्याज नहीं
जो लोग नौकरियां छोड़ने के बाद पीएफ का पैसा पुराने संस्थान में ही पड़े रहने देते हैं इस भरोसे में कि उस पर एफडी से ज्यादा ब्याज तो बराबर मिलता ही रहेगा, उन्हें थोड़ा सावधान होने की जरूरत है। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के केंद्रीय ट्रस्टी बोर्ड ने तय किया है कि अगर किसी पीएफ खाते में तीन साल तक कोई नई रकम जमा नहीं होती तो उस पर ब्याज देना बंद कर दिया जाएगा। यहऔरऔर भी