पूंजी बाजार नियामक संस्था, सेबी ने 27 अगस्त 2007 से ही डीमैट खातों के लिए पैन (परमानेंट एकाउंट नंबर) को अनिवार्य कर दिया था। लेकिन अब भी बहुत सारे निवेशक हैं जिन्होंने अपने डीमैट खातों के डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) के पास पैन नंबर की पुष्टि नहीं कराई है। इसके लिए उन्हें पैन कार्ड की फोटोकॉपी वगैरह देनी थी। अभी तक पैन वेरिफिकेशन न करानेवाले निवेशक अपने खाते से कुछ डेबिट नहीं सकते थे। लेकिन सेबी ने अबऔरऔर भी

अगर कोई शेयरधारक साल के बीच में अपना डीमैट एकाउंट किसी डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट (डीपी) के पास बंद कराके दूसरे डीपी के पास ले जाता है तो पहले डीपी को शेयरधारक से लिए गए सालाना या छमाही एकाउंट मेंटेनेंस चार्ज (एमएमसी) का बाकी तिमाही का हिस्सा लौटाना होगा। पूंजी बाजार नियामक सस्था, सेबी ने गुरुवार को एक सर्कुलर जारी कर यह निर्देश दिया है। अभी तक होता यह है कि डीपी साल या छमाही की शुरुआत में डीमैटऔरऔर भी

अगर आप सोने का डीमैट कारोबार करना चाहते हैं, लेकिन आपके पास ज्यादा रकम नहीं है तो मायूस न हों। अब छोटे निवेशकों का ध्यान रखते हुए 1, 2 और 3 ग्राम सोने का डीमैट कारोबार भी शुरू हो गया है। फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज इंडिया लिमिटेड और नैफेड द्वारा प्रवर्तित नेशनल स्पॉट एक्सचेंज (एनएसईएल) ने इसकी शुरुआत की है। दरअसल कीमत अधिक होने के कारण छोटे निवेशक सोने को अपने पोर्टफोलियो में शामिल नहीं कर पाते हैं। इसीऔरऔर भी