कानपुर से संचालित होनेवाले मिदास टच इनवेस्टर एसोसिएशन को भी दिल्ली हाईकोर्ट ने सेबी के कंसेट ऑर्डर के खिलाफ दायर जनहित याचिका (पीआईएल) में पक्षकार बना लिया है। हाईकोर्ट ने मंगलवार को इस पर फैसला करने के बाद पूंजी बाजार नियामक संस्था, सेबी को नोटिस जारी कर दिया है। मालूम हो कि सेबी की कंसेंट ऑर्डर व्यवस्था की संवैधानिक वैधता को चुनौती देते हुए पिछले साल अक्टूबर में दिल्ली हाईकोर्ट में जनहित याचिका दायर की गई है।औरऔर भी

भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) इलेक्ट्रॉनिक मीडिया क्षेत्र की दो प्रमुख कंपनियों स्टार इंडिया और जी समूह के प्रस्तावित गठजोड़ की जांच करेगा। सीसीआई के एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी प्रेस ट्रस्ट से कहा, ‘‘यह दो बड़े समूहों के संयुक्त उद्यम का मामला है। हम देखेंगे कि इस सौदे से बाजार प्रतिस्पर्धा पर तो कोई असर नहीं होगा।’’ स्टार डेन मीडिया सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड और जी टर्नर लिमिटेड ने देश में अपने चैनलों के संयुक्त वितरण के लिएऔरऔर भी

दुनिया के बाजार जापान की बात बिसूर चुके हैं, जबकि भारतीय बाजार अब भी अपनी लय पकड़ने की जद्दोजहद में लगा है। यह दिखाता है कि भारत की गति दुनिया से भिन्न है। विश्व बाजार से भारत के असंपृक्त या जुदा होने और पूरी तरह समाहित होने के दोनों ही सिद्धांत गलत साबित हो चुके हैं। असल में भारत में एक ही सिद्धांत चलता है और वह है गठजोड़ का सिद्धांत। यहां गठजोड़ से सरकार चलती है।औरऔर भी

पूंजी बाजार नियामक संस्था ने तय किया है कि म्यूचुअल फंडों की लिक्विड स्कीमों (छोटी अवधि की ऋण स्कीमों) के खाते में जब तक निवेश की पूरी रकम नहीं आ जाती है, तब तक उसके एवज में यूनिटें नहीं जारी की जा सकती हैं। अभी तक होता यह है कि दिन में नियत समय तक पैसा आए या न आए, म्यूचुअल फंड इन स्कीमों के निवेशकों के नाम यूनिटें आवंटित कर देते हैं। वे इस भरोसे परऔरऔर भी

दुनिया की सबसे बड़ी पीसी चिप निर्माता इंटेल ने क्लाउड कंप्यूटिंग को अपनाने का खाका तैयार करने के लिए बीएमडब्ल्यू, लोकहीड मार्टिन तथा जेपी मार्गन चेज जैसी कंपनियों से गठजोड़ किया है। यह जानकारी इंटेल की तरफ से शुक्रवार को दी गई। ओपन डेटा सेंटर एलायंस (ओडीसीए) नाम के इस गठजोड़ में बीएसई सहित 70 कंपनियां हैं। भारत से बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज व सीटीआरएलएस इसमें शामिल है। यह गठजोड़ भविष्य में क्लाउड कंप्यूटिंग के लिए हार्डवेयर वऔरऔर भी

कायर से गठजोड़ कभी न करो क्योंकि वह सिर्फ अपनी चमड़ी देखता है। किसी की परवाह नहीं करता। उसके हाथ में सत्ता हो तो उसे तानाशाह बनते देर नहीं लगती। कमाल तो यह है कि लोग उसे बहादुर समझते हैं।और भीऔर भी