साउथ इंडियन बैंक: देकर ही जाएगा

जब मुंबई व बैंगलोर एयरपोर्ट के संचालन से लेकर बड़ी-बड़ी इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में लगी जीवीके पावर जैसी कंपनी का शेयर पेनी स्टॉक बनने की दिशा में बढ़ रहा हो (कल वो 10.21 रुपए पर पहुंच गया), जब अहमदनगर फोर्जिंग जैसी मजबूत कंपनी का शेयर साल भर में 7.97 के पी/ई से घटकर 3.17 के पी/ई पर (168.80 रुपए से 94 रुपए) पर ट्रेड होने लगा हो तो वाकई सोचना पड़ेगा कि शेयरों के भाव आखिर किन चीजों से तय होते हैं। मजबूती अपनी जगह, नाम व तंत्र अपनी जगह, लेकिन कुछ और भी पहलू हैं जो भावों में रॉकेट या पलीता लगा सकते हैं।

शेयर बाजार में निवेश जारी रखना है कि तो हर निवेशक को समझना पड़ेगा कि क्या-क्या कारक हैं जो बाजार में किसी स्टॉक के मूल्य का निर्धारण करते हैं। हम किसी दिन क्रमबद्ध रूप से यकीनन यह भी जान लेंगे। फिलहाल आज के निवेशयोग्य शेयर की चर्चा। साउथ इंडियन बैंक (एसआईबी) निजी क्षेत्र का बैंक है। उसका मुख्यालय तो केरल के त्रिचूर में हैं। लेकिन अखिल भारतीय मौजदगी हासिल करने के लिए वह दक्षिण से निकल चुका है। इस समय देश के 26 राज्यों में वह मौजूद है। उसके 16 क्षेत्रीय कार्यालय हैं। 646 शाखाएं और 579 एटीएम हैं।

जाहिर है, एसआईबी सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक एसबीआई (भारतीय स्टेट बैंक) के आगे कहीं नहीं टिकता। लेकिन हम छोटे में निवेश इसीलिए करते हैं कि उनमें हमारी रकम तेजी से बढ़ सकती है। हां, जोखिम भी रहता है कि जरा-सा झटका लगने पर यहां रकम तेजी से घट भी जाती है। एसआईबी का एक रुपए अंकित मूल्य का शेयर कल बीएसई (कोड – 532218) और एसएसई (कोड – SOUTHBANK) दोनों में 3.66 फीसदी गिरकर 21.05 पर बंद हुआ है। यह बीएसई-500 में शामिल स्टॉक है और इसमें डेरिवेटिव (फ्यूचर्स व ऑप्शंस) सौदे भी होते हैं। कल 24 नवंबर को खत्म होनेवाले इसके इस महीने के फ्यूचर्स का भाव अभी 21.20 रुपए है।

यह शेयर बड़ी मंथर चाल से चलता है। पिछले पांच सालों में इसका उच्चतम स्तर 29.70 रुपए (1 नवंबर 2010) और न्यूनतम स्तर 4.27 रुपए (24 फरवरी 2009) का रहा है। पिछले 52 हफ्तों की बात करें तो इसका उच्चतम स्तर 28 रुपए (6 दिसंबर 2010) और न्यूनतम स्तर 17.45 रुपए (10 फरवरी 2011) का रहा है। ऐसे में हम इसमें इस समय निवेश से कितने रिटर्न की उम्मीद कर सकते हैं? जानकारों का कहना है कि यह साल भर के भीतर बाजार की हालत सुधरने पर 25 फीसदी तक का रिटर्न दे सकता है। उनका तर्क है कि जुलाई 2010 के 5.29 पी/ई अनुपात के बाद यह फिलहाल सबसे कम पी/ई अनुपात 7.11 पर ट्रेड हो रहा है। यहां तक कि 10 फरवरी 2011 को 17.45 रुपए की तलहटी पर भी इसका पी/ई अनुपात 8.11 था। अगर हम 8.95 का पी/ई अनुपात भी लेकर चलें तो इसका शेयर 26.50 रुपए पर पहुंच जाना चाहिए।

इस आशावाद का आधार यह है कि बैंक का धंधा चौकस चल रहा है। चालू वित्त वर्ष में सितंबर 2011 की तिमाही में उसकी परिचालन आय 51.37 फीसदी बढ़कर 877.25 करोड़ और शुद्ध लाभ 24.44 फीसदी बढ़कर 94.95 करोड़ रुपए हो गया है। इससे पहले जून 2011 की तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 41.15 फीसदी और उससे पहले मार्च 2011 की तिमाही में 111.73 फीसदी बढ़ा था। पिछली पांच तिमाहियों में बैंक की आय में औसत 34 फीसदी और लाभ में 56 फीसदी की वृद्धि हुई है। बीते वित्त वर्ष 2010-11 में उसने 2446.01 करोड़ रुपए की परिचालन आय पर 292.56 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया था।

अगर बैंकों के स्वास्थ्य मानकों के हिसाब से देखें तो एसआईबी काफी अच्छी स्थिति में है। बासेल-2 के तहत पूंजी पर्याप्तता अनुपात 9 फीसदी होना चाहिए, जबकि सितंबर 2011 के अंत में उसका यह अनुपात 13.48 फीसदी है। उसके कुल ऋणों में तय समय से न लौटाए जानेवाले ऋणों या एनपीए (गैर निष्पादित आस्तियों) का हिस्सा मात्र 0.99 फीसदी है। बैंक नए तरीकों से बढ़ने के प्रयास में लगा है। उसने छात्रों पर खास केंद्रित किया है। वह 100 गावों व 10 शहरी गरीबू बस्तियों में बिजनेस करेस्पांडेंट (बीसी) मॉडल के तहत वित्तीय समावेश के तहत अपने स्मार्ट कार्ड (एसआईबी फिन्स) जारी कर रहा है। 300 नए बीसी रखने की उसकी योजना है।

एक बात और नोट करने की है कि इस बैंक की 113.01 करोड़ रुपए की सारी की सारी इक्विटी पब्लिक के पास है। एकदम प्रोफेशनल अंदाज में बैंक का संचालन होता है। इसे वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी के हाथों में पिछले दो सालों में देश के सर्वश्रेष्ठ बैंक का पुरस्कार भी मिल चुका है। बैंक की 39.99 फीसदी इक्विटी एफआईआई और 8.70 फीसदी डीआईआई के पास है। उसके कुल शेयरधारकों की संख्या 2,71,824 है। इसमें से 2,67,696 (98.48 फीसदी) एक लाख रुपए से कम निवेश वाले छोटे शेयरधारक हैं जिनके पास बैंक के 35.35 फीसदी शेयर हैं। बैंक में एक फीसदी से ज्यादा निवेश वाले 14 बड़े शेयरधारक हैं जिनके पास कुल 43.59 फीसदी इक्विटी है। इनमें एलआईसी (3.51 फीसदी), मॉरगन स्टैनले मॉरीशस (2.65 फीसदी), यूनियन बैंक (1.79 फीसदी), जेएम फाइनेंशियल (3.94 फीसदी), डॉयचे सिक्यूरिटीज मॉरीशस (1.31 फीसदी) और चिराग पारिख (1.00 फीसदी) शामिल हैं। बैंक बराबर लाभांश देता रहता है। पिछली बार एक रुपए के शेयर पर 50 पैसे यानी 50 फीसदी का लाभांश उसने दिया था।

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