खरीफ फसल के दौरान 2011-12 (अक्तूबर-सितम्बर) में चावल की सरकारी खरीद का आंकड़ा एक करोड़ टन का निशान पार कर गया है। खाद्य व उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार 17 नवम्बर, बुधवार तक चालू खरीफ सीजन के दौरान विभिन्न सरकारी एजेंसियों ने 1,01,04,088 टन चावल की खरीद की।
इस मामले में पंजाब सबसे आगे है जहां 76,04,255 टन चावल खरीदा गया। 19,30,703 टन चावल खरीदने के साथ हरियाणा दूसरे नम्बर पर है। तीसरा स्थान तमिलनाडु का है जहां 2,39,051 टन खरीद हुई। 1,14,903 टन चावल खरीद कर उत्तर प्रदेश चौथे नम्बर पर है। वैसे, कितनी विचित्र बात है जिस बिहार व बंगाल में सबसे ज्यादा चावल खाया जाता है, वे उत्पादन में सबसे ऊपर नहीं है।
दो दिन में चावल की सरकारी खरीद 1,83,505 टन बढ़ी है। 15 नवंबर तक के आंकड़ों के अनुसार तब तक विभिन्न सरकारी एजेंसियों की खरीद 99,20,583 टन थी। इसमें से पंजाब ने सबसे ज्यादा 75,62,860 टन धान खरीदा था। इसके बाद हरियाणा ने 19,21,859 टन, तमिलनाडु ने 2,29,311 टन तो केरल ने 77,891 टन और उत्तर प्रदेश ने 77,450 टन धान खरीदा था।