अप्रैल 2007 से शुरू हुई 11वीं पंचवर्षीय योजना मार्च 2012 में खत्म हो जाएगी। इस तरह उसके खत्म होने में केवल तीन महीने ही बचे हैं। लेकिन केंद्र सरकार ने इस योजना अवधि के लिए एकीकृत वस्त्र पार्क स्कीम (एसआईटीपी) के तहत जिन 40 पार्कों को मंजूरी दी थी, उनमें से अभी तक केवल सात पार्क ही पूरे हो सके हैं। वाणिज्य के साथ उद्योग व कपड़ा मंत्रालय भी संभालने वाले केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने शुक्रवार को संसदीय सलाहकार समिति की बैठक में यह जानकारी दी।
उन्होंने समिति के सदस्यों को बताया कि मंजूर किए गए 40 एकीकृत वस्त्र पार्कों के लिए 1400 करोड़ रुपए आवंटित किए गए हैं। इनमें से सात पार्क पूरे हो गए हैं, जबकि 14 पार्कों ने 90 फीसदी अनुदान हासिल कर लिया है और बाकी 15 पर अभी काम चल रहा है। मंत्री महोदय ने बताया कि सरकार ने इसी अक्टूबर 2011 में 21 पार्कों को और मंजूरी दी है, जिनसे टेक्सटाइल क्षेत्र में 9000 करोड़ रुपए का निवेश आएगा और 4 लाख मजदूरों को काम मिलेगा।
बता दें कि टेक्सटाइल क्षेत्र देश के औद्योगिक उत्पादन में 14 फीसदी, सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 4 फीसदी और निर्यात आय में 10.63 फीसदी का योगदान देता है। यह सीधे तौर पर 3.5 करोड़ लोगों को रोज़गार उपलब्ध कराता है और रोज़गार देने में कृषि के बाद दूसरे नंबर पर आता है। आनंद शर्मा ने बताया कि 11वीं पंचवर्षीय योजला के अंतर्गत टेक्सटाइल क्षेत्र के लिए 14,000 रूपए करोड़ की राशि आवंटित की गई थी जिसे 5000 करोड़ रूपए बढ़ाकर 19,000 करोड़ रूपए कर दिया गया।
एकीकृत वस्त्र पार्क स्कीम के बारे में मंत्री महोदय ने कहा कि इस योजना ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी ओर सभी को आकर्षित किया है और प्रधानमंत्री ने 350 करोड़ रूपए के खर्च के साथ अफ्रीका में एकीकृत वस्त्र पार्क को स्थापित करने की घोषणा की है।