महिंद्रा सत्यम (पुराना नाम सत्यम कंप्यूटर) और टेक महिंद्रा के निदेशक बोर्ड बुधवार को दोनों कंपनियों विलय पर विचार-विमर्श करेंगे। मंगलवार को इस घोषणा के बाद महिंद्रा सत्यम का शेयर 4.66 फीसदी बढ़कर 74.15 रुपए और टेक महिंद्रा का शेयर 5.13 फीसदी बढ़कर 648.35 रुपए पर बंद हुआ।
माना जा रहा है कि सत्यम महिंदा को टेक महिंद्रा में मिला दिया जाएगा और महिंद्रा सत्यम के शेयरधारकों को अपने 9 शेयरों के बदले टेक महिंद्रा का एक शेयर मिल सकता है। बता दें कि जनवरी 2009 में सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज के प्रवर्तक रामालिंगा राजू के घोटाले के उजागर होने के फौरन बाद सरकार ने उसका नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया था। इसे कुछ महीनों बाद हुई नीलामी में महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह ने खरीद लिया था और उसका नया नाम महिंद्रा सत्यम कर दिया था। उसी समय कहा गया कि कुछ समय के बाद टेक महिंद्रा के साथ इसका विलय किया जा सकता है।
इस बीच महिंद्रा सत्यम लगातार अच्छे नतीजे पेश कर रही है। बीते वित्त वर्ष 2010-11 में उसे 4776.10 करोड़ रुपए की आय पर 127.60 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था, जबकि इस साल केवल दिसंबर तिमाही में उसने 1605.48 करोड़ रुपए की आय पर 294.32 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। विलय के बाद बनी कंपनी देश की पांचवीं सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक बन सकती है।
इस समय महिंद्रा परिवार की इक्विटी हिस्सेदारी टेक महिंद्रा में 47.65 फीसदी और महिंद्रा सत्यम में 42.65 फीसदी है। अगर विलय का अनुपात 9:1 का रखा जाता है तो टेक महिंद्रा में महिंद्रा सत्यम के शेयरधारकों का हिस्सा 51 फीसदी पर पहुंच जाएगा। बाजार को कल का इंतजार है कि दोनों कंपनियों के निदेशक बोर्ड क्या फैसला करते हैं।