लक्ष्मी विलास बैंक बुधवार को बीएसई में 2.41 फीसदी बढ़कर 91.35 रुपए और एनएसई में 2.64 फीसदी बढ़कर 91.45 रुपए पर बंद हुआ है। यह अभी 52 हफ्ते के उच्चतम स्तर 124.80 और न्यूनतम स्तर 70 रुपए के लगभग बीच में है। असल में हुआ यह कि बीते वित्त वर्ष 2009-10 की चौथी तिमाही में इसे 240.22 करोड़ रुपए की आय पर 20.77 करोड़ रुपए का घाटा लग गया। इसी वजह से पूरे वित्त वर्ष 2009-10 में 909.32 करोड़ रुपए की आय पर उसका शुद्ध लाभ 30.67 करोड़ रुपए रहा, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष 2008-09 में 657.61 करोड़ रुपए की कम आय पर भी 50.29 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हुआ था।
दिक्कत यह हुई कि आर्थिक सुस्ती के दौरान वित्त वर्ष 2008-09 और 2009-10 में बैंक ने अपना बिजनेस मिक्स (कर्ज और जमा का जोड़) क्रमशः 32 फीसदी और 25 फीसदी बढ़ाया। इस तेजी के चलते उसका एनपीए (समय पर न लौटाए जानेवाले ऋण) बढ़ गया और रिजर्व बैंक के नियमों के अनुसार उसे 135 करोड़ रुपए का प्रावधान करना पड़ा। लेकिन अब उस पर ऐसा कोई बोझ नहीं है। कुछ दूसरी बातें भी हैं जो बैंक के भविष्य को अच्छा आधार देती हैं। बैंक ने बीते वित्त वर्ष में राइट इश्यू से 263 करोड़ रुपए और बांडों से 100 करोड़ रुपए जुटाए हैं। इसके बाद अब उसका पूंजी पर्याप्तता अनुपात 14.8 फीसदी के संतोषजनक स्तर पर आ गया है।
बैंक के बारे में कुछ और बुनियादी जानकारी। यह दक्षिण भारत का काफी पुराना बैंक है। 1926 में इसकी स्थापना हुई थी। इसकी कुल 275 शाखाएं हैं। तमिलनाडु में इसकी मजबूत पकड़ है। पिछले चार सालों में इसकी जमा 23 फीसदी और वितरित कर्ज 21 फीसदी सालाना की चक्रवृद्धि दर से बढ़े हैं। बैंक का कुल बिजनेस मिक्स अभी 15,353 करोड़ रुपए का है। बैंक द्वारा जमा पर दिए जानेवाले ब्याज और कर्ज पर लिए जानेवाले ब्याज का अंतर भी काफी दुरुस्त है। माने, बैंक का नेट इंटरेस्ट मार्जिन (एनआईएम) या लाभप्रदता दुरुस्त रफ्तार से बढ़ रही है।
बैंक की मौजूदा बुक वैल्यू 75.50 रुपए है। इस तरह 91.35 रुपए पर वह बुक वैल्यू से 1.2 गुने पर ट्रेड कर रहा है जो अपेक्षाकृत ठीकठाक माना जाएगा। लेकिन जानकारों की मानें तो इसमें अचानक सक्रियता बढ़ गई है और यह जल्दी ही छलांग लगा सकता है। बुधवार को बीएसई में इसके 10.78 लाख शेयरों के सौदे हुए हैं, जबकि पिछले दो हफ्ते का औसत 3.06 लाख शेयरों का रहा है। एनएसई में कल इसके 23.94 लाख शेयरों में ट्रेडिंग हुई। यह कर्नाटक बैंक जैसा ही ‘संभावनामय’ शेयर है।
बाकी आज तीन अन्य शेयरों पर निगाह रखने की सलाह। आईटीआई – यह घाटे में चल रही सरकारी कंपनी है जिसे लेने के लिए निजी क्षेत्र की कई कंपनियों की नजर इस पर है। इसका शेयर बीएसई में थोड़ा घटकर 40.70 रुपए पर बंद हुआ है। फैक्ट (फर्टिलाइजर्स एंड केमिकल्स त्रावणकोर लिमिटेड) – इसका शेयर 1.18 फीसदी बढ़कर 51.65 रुपए पर बंद हुआ है। यह भी भारत सरकार की घाटे में चल रही कंपनी है।
आरईआई एग्रो – इसका शेयर कल बीएसई में 11.99 फीसदी बढ़कर 32.70 रुपए पर बंद हुआ है। इसमें अब भी बढ़त की काफी गुंजाइश बताई जा रही है। इसने वित्त वर्ष 2009-10 में 3693.23 करोड़ की आय पर 157.17 करोड़ रुपए का मुनाफा कमाया है। बीएसई के मुताबिक इसी तरह की कंपनी ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज ने 2009-10 में 3416.60 करोड़ रुपए की आय पर 116.50 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया है और उसके शेयर का भाव अभी 2898 रुपए चल रहा है।