कहीं अधिग्रहण तो कहीं स्टॉक स्प्लिट

जेएसडब्ल्यू स्टील दिल्ली की कंपनी राठी बार्स का अधिग्रहण कर सकती है। बाजार सूत्रों की मानें तो इस डील की घोषणा अगले एक महीने में संभव है। जेएसडब्ल्यू राठी बार्स के लिए प्रति शेयर 35 रुपए का मूल्य देने को तैयार हो गई है क्योंकि इसकी बुक वैल्यू इस समय 37.10 रुपए है। राठी बार्स का शेयर सोमवार को बीएसई में 17.20 रुपए पर बंद हुआ है। लेकिन अधिग्रहण की चर्चाओं के बीच वह 19.30 रुपए तक चला गया था जो 52 हफ्ते का उसका उच्चतम स्तर है।

राठी बार्स स्टील इंगट और बार बनाती है और उसके शेयर केवल बीएसई में लिस्टेड हैं। दिसंबर 2009 की तिमाही में उसने 53.27 करोड़ रुपए की आय पर 92.56 लाख रुपए का शुद्ध लाभ कमाया है। वित्त वर्ष 2008-09 में उसकी कुल आय 260.75 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 3.10 करोड़ रुपए था। यह कंपनी अक्टूबर 2007 में अपना आईपीओ लाई थी जिसमें इश्यू मूल्य 35 रुपए प्रति शेयर था। जेएसडब्ल्यू स्टील ओ पी जिंदल समूह की कंपनी है। उसके प्रबंध निदेशक सज्जन जिंदल हैं। कांग्रेस सांसद नवीन जिंदल भी इसी समूह से ताल्लुक रखते हैं।

बाजार सूत्रों ने इस बात की भी तस्दीक है कि टाइड वॉटर ऑयल कंपनी जल्दी ही स्टॉक स्प्लिट की घोषणा कर सकती है। इस समय इसके शेयर का अंकित मूल्य 10 रुपए है, जिसे 1 रुपए अंकित मूल्य के 10 शेयरों में बांटे जाने की संभावना है। सोमवार को यह शेयर बीएसई में 5441.40 रुपए पर बंद हुआ और दिन में इसने 5674 रुपए का नया शिखर भी बनाया। सूत्रों के मुताबिक कंपनी अपने शेयरों को इसलिए स्प्लिट करना चाहती है ताकि आम निवेशक भी उसमें पैसे लगा सकें। अभी तो 5000 रुपए से ऊपर का भाव ही आम निवेशकों को मनोवैज्ञानिक रूप से दूर कर देता है।

कंपनी ऑटोमोबाइल व औद्योगिक लुब्रिकेंट बनाती है। वीडॉल इसी का ब्रांड है। यह बहुत पुरानी कंपनी है और एड्यू यूल समूह से ताल्लुक रखती है। कंपनी में प्रवर्तकों की हिस्सेदारी केवल 26.22 फीसदी है। पिछली चार तिमाहियों के आधार पर कंपनी की प्रति शेयर आय (ईपीएस) 585.17 रुपए हैं। इस आधार उसके शेयर का पी/ई अनुपात केवल 9.47 ही आता है।

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