छत हो गई, लेकिन घर का बीमा कवर!

मुंबई के मलाड में रहनेवाले मेरे मित्र अहिंद्र वर्मा पिछले दिनों अपने ऑफिस के काम से सिंगापुर दौरे पर गए हुए थे तो उनके घर में सेंधमारी हो गई। अज्ञात सेंधमार उनके घर से काफी जेवरात, बेशकीमती कलाकृतियां, सजावटी सामान, कपड़े व घड़ियां लेकर चंपत हो गए। इस सेंधमारी में बड़ी तरतीब से सजाया हुआ घर भी तकरीबन तहस-नहस हो गया। इस मामले में वर्मा को लगभग सात लाख रुपए का नुकसान हुआ। वे बताते हैं कि मुझे पुलिस थाने के चक्कर लगाने पड़े। चोरी गया सामान तो बरामद नहीं हुआ, ऊपर से परेशानी झेलनी भी पड़ी। लेकिन वर्मा के पास चूंकि हाउसहोल्डर पॉलिसी थी इस वजह से उन्हे दो लाख रुपए का इंश्योरेंस क्लेम मिल गया।

सभी जोखिम का कवच: आज के जमाने में बुद्धिमानी यह होगी कि आप अहिंद्र वर्मा से ज्यादा की सोचिए। आप अपने घर को पर्याप्त बीमा कवर दीजिए। हाउसहोल्डर्स बीमा पॉलिसी आपके घर को सभी प्रकार के जोखिम से बचाती है। इसमें सिर्फ पॉलिसीधारक के घर को हानि पहुंचने व कीमती सामान की चोरी-सेंधमारी का जोखिम ही शामिल नहीं है अपितु इसमें फर्नीचर, इलेक्ट्रिॉनिक उपकरण आदि घरेलू सामान की चोरी या छति को भी कवर दिया जाता है।

किराए की भरपाई भी: बीमा सुरक्षा प्राप्त आपका घर यदि क्षतिग्रस्त हो जाता है तो उसकी मरम्मत होने तक आप किसी अन्य घर में रहने के लिए किराए के रूप में जिस रकम का भुगतान करेंगे, उस रकम की भरपाई भी होम इंश्योरेंस में की जाती है।

व्यापक बीमा कवर: हाउसहोल्डर्स बीमा पॉलिसी व्यापक बीमा कवर है। आग, बाढ़, भूकंप, भूस्खलन, आतंकवाद, सेंधमारी समेत आपके घर के सामने आ सकने वाली सभी प्रकार की आकस्मिकता व जोखिम से यह सुरक्षा देती है। इसके तहत संपत्ति के साथ बीमित व्यक्ति व घर में उसके साथ स्थाई रूप से रहनेवाले परिवार के सभी सदस्यों के वैध दायित्व को सुरक्षा प्रदान की जाती है।

लाकर में रखे जेवरात भी: यह जान लीजिए कि जीवन बीमा का मकसद पॉलिसीधारक की जल्दी मृत्यु की सूरत में पैदा होने वाले जोखिम से उस पर वित्तीय रूप से आश्रित लोगों को सुरक्षा देना है। लेकिन होम इंश्योरेंस समेत अन्य गैर जीवन बीमा के लाभ पॉलिसीधारक को जीवन काल में ही मिलते हैं। हाउसहोल्डर्स बीमा पॉलिसी ऐसी ही होती है। इसकी एक खास उपधारा के तहत बैंक लॉकर में रखे जेवरातों को भी बीमा सुरक्षा प्रदान की जाती है।

सम एश्योर्ड का निर्धारण: होम इंश्योरेंस में सम एश्योर्ड का निर्धारण आपके घर के प्रति वर्गफुट निर्माण खर्च को बिल्ट-अप एरिया से गुणा कर किया जाता है। मसलन यदि आपके घर का बिल्ट-अप एरिया 800 वर्गफुट है और इसमें 800 रुपए प्रति वर्गफुट निर्माण खर्च हुआ तो आपके होम इंश्योरेंस का सम एश्योर्ड 6,40,000 रुपए होगा। बीमा कंपनी आपके घर के सामानों-फर्नीचर, कपड़े आदि का मूल्यांकन मार्केट वैल्यू के लिहाज से करती है पर इसमें से डेप्रिशिएसन घटा देती है। वैसे ज्यादातर बीमा कंपनियां जेवरातों पर डेप्रिशिएसन का नियम लागू नहीं करतीं।

पूरे मूल्य का कवर लें: जानकारों का कहना है कि हाउसहोल्डर्स इंश्योरेंस पॉलिसी में बहुत जरूरी है कि पॉलिसीधारक अपने घर और कीमती सामान का उनके पूरे मूल्य के अनुसार बीमा करवाएं। अहिंद्र वर्मा के अनुसार उन्हें अपने सभी नुकसान का क्लेम नहीं मिला क्योंकि कुछ सामान बीमा कवर में शामिल नहीं था।

कवरेज रिप्लेंसमेंट वैल्यू पर: होम इंश्योरेंस के समय यह ध्यान रखें कि आप घर के कीमती सामानों का कवरेज रिप्लेसमेंट वैल्यू पर लीजिए न कि डेप्रिशिएटेड वैल्यू पर। मसलन यदि आपके घर के एसी को 15,000 रुपए में दोबारा बेचा जा सकता हो लेकिन उसे बदलने पर 25,000 रुपए की लागत आएगी, ऐसे में जब तक आपका बीमा 25,000 रुपए का नहीं होगा आपको अपने क्लेम पर पूरा पैसा नहीं मिलेगा।

किफायती प्रीमियम: होम इंश्योरेंस कोई बहुत ज्यादा मंहगा नहीं होता। इसका प्रीमियम किफायती होता है। सिर्फ 60 रुपए का प्रीमियम प्रति लाख सम एश्योर्ड के लिए लगेगा। आप अपने घर के स्ट्रक्चर को बीमा सुरक्षा दे सकते हैं। फर्नीचर के लिए भी सिर्फ 60 रुपए का प्रीमियम प्रति लाख सम एश्योर्ड के लिए लगेगा। इलेक्ट्रॉनिक सामानों का बीमा प्रीमियम उसकी वैल्यू का एक फीसदी होगा। इसमें प्रीमियम का निर्धारण आपके घर के  आकार, भौगोलिक स्थिति, कंस्ट्रक्शन के प्रकार आदि पर निर्भर होता है।

ध्यान रखिए: होम इंश्योरेंस पॉलिसी का चुनाव करते समय यह देखिए कि सीमा व अपवादों की अनुमति है या नहीं। मसलन, अधिकांश पॉलिसियों में कपड़ों पर 50 फीसदी डेप्रिशिएशन होता है। घरेलू सामानों के लिए यह जानिए कि बीमा कंपनी क्या कवर करती है? अपनी हाउसहोल्डर्स पॉलिसी में सभी चीजें भर मत लीजिए। उसके हिसाब से ही प्रीमियम का भुगतान करना होगा। यह पॉलिसी दस धाराओं में आती है। आप अपने लिए जरूरी धाराएं ही चुनिए।

– राजेश विक्रांत (लेखक एक बीमा प्रोफेशनल हैं)

1 Comment

  1. Nicely explained article. People always give preferense to life insurance and they consider general insurance a waste of money thinking that there are no returns. I liked the sentence – यह जान लीजिए कि जीवन बीमा का मकसद पॉलिसीधारक की जल्दी मृत्यु की सूरत में पैदा होने वाले जोखिम से उस पर वित्तीय रूप से आश्रित लोगों को सुरक्षा देना है। लेकिन होम इंश्योरेंस समेत अन्य गैर जीवन बीमा के लाभ पॉलिसीधारक को जीवन काल में ही मिलते हैं।

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