इनफोसिस का लाभ उम्मीद से ज्यादा तो शेयर भी उछल गए 6% से ज्यादा

देश की दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंपनी इनफोसिस ने उम्मीद से बेहतर नतीजे पेश किए तो दुनिया भर में आर्थिक अनिश्चितता के बावजूद निवेशकों के चेहरे खिल गए और उसके शेयर एकबारगी 6.17 फीसदी उछल गए। लेकिन इसके साथ ही थोड़ी बिकवाली भी शुरू हो गई तो शेयर बाद में थोड़ा नीचे आ गए।

इनफोसिस ने चालू वित्त वर्ष 2011-12 की सितंबर तिमाही में समेकित रूप से 8099 करोड़ रुपए की आय पर 1906 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हासिल किया है। उसकी आय साल भर पहले से 16.6 फीसदी और ठीक पिछली तिमाही से 8.2 फीसदी ज्यादा है, वहीं शुद्ध लाभ साल भर पहले से 9.7 फीसदी और ठीक पिछली तिमाही से 10.7 फीसदी ज्यादा है। ब्लूमबर्ग के एक सर्वे में 28 एनालिस्टों का अनुमान था कि इनफोसिस का शुद्ध लाभ सितंबर 2011 की तिमाही में साल भर पहले से 8.05 फीसदी बढ़कर 1880 करोड़ रुपए तक पहुंचेगा।

एक तो वास्तविक आंकड़ा इससे ज्यादा रहा। दूसरे पूरे साल की आय का अनुमान भी अपेक्षा से बेहतर रहा है। कंपनी ने अनुमान लगाया है कि दिसंबर 2011 की तिमाही में उसकी आय 24.2 से 26.8 फीसदी बढ़कर 8826 करोड़ से 9012 करोड़ रुपए हो सकती है। वहीं मार्च 2012 में खत्म हो रहे पूरे वित्त वर्ष के लिए उसका अनुमान है कि आय 21.8 से 24 फीसदी बढ़कर 33,501 करोड़ से 34,088 करोड़ रुपए हो सकती है, जबकि ईपीएस (प्रति शेयर मुनाफा) 19.7 से 21.6 फीसदी बढ़कर 143.02 रुपए से 145.26 रुपए हो सकता है। कंपनी ने पूरे वित्त वर्ष 2011-12 के दौरान डॉलर में अपनी आय के 17.1 से 19.1 फीसदी बढ़ने का अनुमान लगाया है, जबकि पिछला अनुमान 18 से 20 फीसदी का था।

ब्रोकरेज फर्म एसएमसी ग्लोबल के रिसर्च प्रमुख जगन्नाधम तुनगुंटला का कहना, “डॉलर में आय में बढ़ने का अनुमान ग्राहकों के खर्च में कमी के चलते घटाया गया है। लेकिन यह कमी लोगों की अपेक्षा से कम है।” उनका कहना है कि एनालिस्ट समुदाय मान रहा था कि कंपनी डॉलर में आय का अनुमान पहले से 4-5 फीसदी घटा देगी। बेहतर नतीजों और भावी अनुमानों में उम्मीद से कम कटौती ने इनफोसिस के शेयर को पिछले दो-ढाई महीनों के उच्चतम स्तर पर पहुंचा दिया।

इनफोसिस के सीएफओ वी बालाकृष्णन के कहा है कि भावी अनुमानों में कटौती मुख्य रूप से डॉलर में चल रहे उतार-चढ़ाव के चलते की गई है। वहीं, बैंगलोर में इन नतीजों की घोषणा के बाद कंपनी के सीईओ व प्रबंध निदेशक एस डी शिबुलाल ने कहा, “दुनिया का समग्र आर्थिक माहौल अब भी अनिश्चित है। यह पूरे आईटी उद्योग के लिए चिंता का विषय है। ऐसे में ग्राहक विकास, द्रुत नवोन्मेष व निवेश पर बढ़े रिटर्न के नए अवसरों की तलाश में लगे हैं। हमारी रणनीतिक पहल अपने ग्राहकों को यह अवसर उपलब्ध कराएगी।” बता दें कि इनफोसिस का आधे से ज्यादा धंधा अमेरिका से आता है, जबकि यूरोप से सितंबर 2011 की तिमाही में आय का 20.5 फीसदी हिस्सा आया है। पिछले साल की सितंबर तिमाही में यह हिस्सा 21.8 फीसदी था।

सितंबर 2011 की तिमाही में कंपनी ने 45 नए ग्राहक जोड़े हैं। उसके कर्मचारियों में 8262 का शुद्ध इजाफा हुआ है और यह संख्या 30 सितंबर 2011 तक 1,41,822 हो गई है। कंपनी ने इस साल के लिए 5 रुपए अंकित मूल्य के शेयर पर 15 रुपए यानी 300 फीसदी अंतरिम लाभांश घोषित किया है। पिछले साल उसने 40 रुपए प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश दिया था। लेकिन उसमें कंपनी के 30 साल पूरा करने पर दिया गया 30 रुपए प्रति शेयर का लाभांश शामिल था। इस बार अंतरिम लाभांश के लिए रिकॉर्ड तिथि 21 अक्टूबर है। इस समय कंपनी के पास 18,601 करोड़ रुपए कैश बैलेंस है, जबकि साल भर यह रकम 17,388 करोड़ रुपए थी।

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