सिटी ने कालेधन पर दी भारत को नसीहत

वैश्विक वित्तीय फर्म सिटी ने कहा है कि कर से बचने के लिए विदेश में अवैध रूप से पैसा जमा करने की प्रवृत्ति पर अंकुश लगाने के लिए भारत सरकार को अभी बहुत कुछ करना होगा। इसके अनुसार सरकार ने हाल ही में जो कदम उठाए, उनका कुछ असर जरूर हुआ है।

सिटी की एक रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘सरकारी प्रयासों के कुछ परिणाम आ रहे हैं। लेकिन विदेश में काले धन के जमा होने से होनेवाले सालाना नुकसान पर ध्यान देने के लिए अभी काफी कुछ किया जाना होगा।’’ बीते 18 माह में सरकार ने 15,000 करोड़ रुपए की अघोषित संपत्ति का पता लगाया है जबकि डायरेक्टरेट ऑफ इंटरनेशनल टैक्सेशन से 34,600 करोड़ रुपए का कर हासिल किया है। इसी तरह डायरेक्टरेट ऑफ ट्रांसफर प्राइसिंग ने 33,800 करोड़ रुपए की गलत कीमत निर्धारण (मिसप्राइसिंग) का पता लगाया है। इसके अलावा सरकार ने इसी माह कालेधन की समस्या से निपटने के लिए पांच स्तरीय रणनीति अपनाने की घोषणा की।

सिटी की रिपोर्ट में कहा गया है कि कर चोरी पर रोक तथा काले धन को वापस लाने के प्रयासों का सरकारी वित्तीय स्थिति व भुगतान संतुलन पर अच्छा असर होगा। ग्लोबल फाइनेंशियल इंटीग्रिटी (जीएफआई) के एक ताजा अध्ययन के अनुसार भारत से निकलकर विदेश में गए अवैध धन की कुल अनुमानित मात्रा 46,200 करोड़ डॉलर है। इससे पहले 2009 में बीजेपी की एक टास्कफोर्स ने इस अवैध धन की मात्रा 50,000 करोड़ से 1.4 लाख करोड़ डॉलर बताई थी। जीएफआई का मानना है कि भारत से हर साल 1900 करोड़ डॉलर का काला धन बाहर निकल जाता है।

बता दें कि भारत ने इस समय दुनिया के 79 देशों के साथ दोहरा कराधान बचाव संधि (डीटीएए) कर रखी है। इस समय केंद्र सरकार इस कोशिश में लगी है कि कैसे इन देशों से साथ बैंकिंग संबंधी सूचनाओं का निर्बाध आदान-प्रदान किया जा सके ताकि देश से बाहर गए कालेधन की शिनाख्त आसानी से हो सके।

1 Comment

  1. agar kala dhan aajata he to ek baar mkt down ho jaye ga mgr baad me mkt heavy move karega, mgr jyada tar kala dhan political logo ka hona chahiye, kyu ki kala dhan wohi log bahar bhejte he, agar jo sarkar abhi chal rahi he uska bhi he or against party bhi he, mgr jo chala rahihe wo apne party ka naam jaldi nahi dega or agaist party ka naam khoj rahi he, agar usme se 10 bade political ka naam mila to sarkar usko leke election kar sakti he, mgr esa nahi hoga, wo chahe sarkar ki ho ya agaist ki dono ek he, yaha desh barbad ho raha he, likne ko bahot likna he mgr hum sab bebas he, sab sarkar ke samne, chahe wo congress ho ya bjp ho ya left ya sjp ya koi bhi,

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