रिटेल निवेशकों तक पहुंचने की मुहिम, मोबाइल पर ट्रेडिंग शुरू

देश के सबसे पुराने स्टॉक एक्सचेंज बीएसई (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज) ने मोबाइल पर शेयरों की ट्रेडिंग शुरू करने में सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज एनएसई (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) से बाजी मार ली है। उसने मंगलवार पर मोबाइल आधारित ट्रेडिंग की शुरुआत कर दी और पहले ही दिन तीस प्रमुख ब्रोकर फर्मों ने उसकी सेवा को अपना लिया है। इसमें शेयरखान, जेएम फाइनेंशियल, एनाम सिक्यूरिटीज, एसटीसीआई कैपिटल, एसएमसी ग्लोबल, एंजेल ब्रोकिंग, मारवाड़ी शेयर्स, मोतीलाल ओसवाल, ज़ेन सिक्यूरिटीज, जेपी कैपिटल, आईसीआईसीआई सिक्यूरिटीज और इंडिया इंफोलाइन जैसी प्रमुख फर्में शामिल हैं।

बीएसई ने इसकी तकनीक मार्केटप्लेस टेक्नोलॉजीज, टेक्नोवा रेलिगेयर और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज से हासिल की है। मोबाइल ट्रेडिंग शुरू होने के पहले ही दिन तीन ब्रोकर फर्मों के सक्रिय हो जाने से बीएसई काफी उत्साहित है। मंगलवार को 9 बजे बाजार खुलने के साथ इसकी शुरुआत हो गई। इस मौके पर बीएसई के चेयरमैन एस रामादोराई ने कहा कि इससे पूंजी बाजार की पहुंच बढ़ेगी और वित्तीय समावेशन के काम को गति मिलेगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले कुछ दिनों में दूसरे ब्रोकर भी इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने लगेंगे।

मोबाइल-आधारित ट्रेडिंग मूलतः इंटरनेट पर आधारित ट्रेडिंग की ही अगली कड़ी है। जैसे अभी तक कोई ग्राहक इंटरनेट से जुड़े अपने पीसी पर ब्रोकर के ट्रेड पोर्टल से जुड़ता है, उसी तरह उसे अपने मोबाइल पर लॉग-इन करना होगा। बीएसई अपने सदस्य ब्रोकरों को मोबाइल ट्रेडिंग के पूरे परीक्षण की सुविधा देगा और वे अपना मौजूदा आईएमएल (इंटरमीडिएट मैसेज लेयर) आईटी का इस्तेमाल कर सकते हैं।

बीएसई में मोबाइल-आधारित ट्रेडिंग शुरू होने के मौके पर 11 प्रमुख ब्रोकर फर्मों के प्रमुख मौजूद थे। इनमें से एंजेल ब्रोकिंग के मुखिया दिनेश ठक्कर का कहना है कि यह व्यापक अवाम को बाजार तक लाने के लिए आधुनिक तकनीक की ताकत के उपयोग का नमूना है। तकनीक की अग्रगति को रोक पाना मुमकिन नहीं है। मोबाइल के जरिए अब बाजार में रिटेल निवेशकों की भागीदारी बढ़ेगी। यह कदम भारतीय इक्विटी संस्कृति में मील का पत्थर साबित होगा। इसका चलन बढ़ने से इसके और भी फायदे सामने आएंगे।

मोतीलाल ओसवाल सिक्यूरिटीज के प्रमुख मोतीलाल ओसवाल का कहना था कि मोबाइल ने अवाम के बीच एक तरह की क्रांति कर दी है। अब मोबाइल के बिना चंद सेकेंड भी रहना मुश्किल हो गया है। मोबाइल पर शेयर ट्रेडिंग से ग्राहक ज्यादा समर्थ बनेंगे और वे इस पहल को पसंद भी करेंगे। अब धीरे-धीरे ट्रेडिंग ही नहीं, बाजार से जुड़ी दूसरी तमाम जानकारियां भी लोग अपने मोबाइल पर हासिल कर पाएंगे। इस पहल से भारत ई-कॉमर्स के मामले में वैश्विक स्तर की बराबरी पर आ गया है।

बीएसई के प्रयास की सराहना करते हुए आईसीआईसीआई सिक्यूरिटीज के कार्यकारी निदेशक अनूप बागची ने कहा कि हम सभी विविधि क्षेत्रों, खासकर टेक्नोलॉजी में चल रहे समानांतर विकास से लाभान्वित हुए हैं। हमें इस सुविधा को ग्राहक के पक्ष में इस्तेमाल करना होगा। इससे निवेशकों की शिक्षा और जागरूकता में मदद मिलेगी। निवेशकों में पूंजी बाजार का भय खत्म होगा। नई पीढ़ी वैसे भी मोबाइल का जमकर इस्तेमाल करने लगी है।

हां, एक बात अभी तक साफ नहीं हो पाई है कि मोबाइल से अपना ट्रेडिंग एकाउंट एक्सेस करने में खर्च कितना आएगा। अभी तो मोबाइल पर इंटरनेट का इस्तेमाल काफी खर्चीला है। लेकिन 3-जी आने के साथ यह सेवा आगे सस्ती हो सकती है।

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