महात्मा गांधी का गोल चश्मा, चरखा, उनकी एक निजी प्रार्थना पुस्तक और गोली लगने के बाद वो जिस जगह पर गिरे, वहां की मिट्टी ब्रिटेन में नीलाम होगी। यह नीलामी श्रॉपशायर के नीलामी घर मुलॉक्स में 17 अप्रैल को होगी। इस नीलामी से एक लाख पाउंड (81 लाख रुपए) मिलने की उम्मीद है। सभी को पता है कि 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोंडसे ने बेहद नजदीक से गोली मार कर महात्मा गांधी की हत्या कर दीऔरऔर भी

।।राकेश मिश्र।।* उदारवादी व्यवस्था में भारतीय राजस्व और अर्थशास्त्र के आज़ादी के पचास सालों में तैयार किए गए गहन मूलभूत सिद्धांतों और व्यवस्था के आधारभूत तत्वों को तथाकथित नए उदारवादी मानकों के अनुसार तय किया जाने लगा। यह दौर शुरू हुआ आर्थिक उदारीकरण के दूसरे चरण में 1998 के दौरान। इस दौर के अर्थशास्त्रियों की समाजशास्त्रीय समझ के अति उदारीकरण का परिणाम यह निकला कि देश में महंगाई की अवधारणा और मूल्य सूचकांक के मानक आधुनिक अर्थशास्त्रऔरऔर भी

वैश्विक संकट ने ट्रेडरों और निवेशकों का फोकस ही बदल दिया है। अब वे हर दिन अमेरिका, डाउ जोन्स और यूरोप के बाजारों पर नजर रखने लगे हैं। वे दुनिया की तमाम वेबसाइटों को छान मारते हैं कि कौन-सा बैंक डिफॉल्टर हो गया या कौन-सा देश वित्तीय संकट की जद में आ रहा है। यहां तक कि वे उस देश के नागरिकों से भी ज्यादा अपडेट रहते हैं। जो निवेशक इस भागमभाग में कहीं गुम हो जाऔरऔर भी

राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के लगभग 11 स्मृति चिह्नों की नीलामी इस महीने अमेरिका में की जाएगी। जिन स्मृति चिह्नों की नीलामी होनी है उनमें बापू के हस्ताक्षर वाले नोट, पत्र और खादी का एक कपड़ा है। इस नीलामी से मात्र लगभग 15 लाख रुपए मिलने की उम्मीद है। कैलिफोर्निया के बोनहैम्स नीलामी घर या ऑक्शन हाउस में अगले रविवार 13 फरवरी को महात्मा गांधी के स्मृति चिह्नों की नीलामी होगी। बोनहैम्स नीलामी घर का कहना है किऔरऔर भी

मैं अपने घर के चारों तरफ ऊंची-ऊंची बाड़ नहीं लगाना चाहता। न ही मैं अपने खिड़की-दरवाजे बंद रखना चाहता हूं। मैं तो दुनिया भर की हवाओं, संस्कृतियों को अपने घर से बेरोकटोक बहने देना चाहता हूं। लेकिन मैं इन हवाओं को अपने पैर ज़मीन से उखाड़ने की इजाजत नहीं दे सकता: महात्मा गांधीऔर भीऔर भी