कभी हिंदुस्तान यूनिलीवर की किरकिरी बन चुके कर्सनभाई पटेल ने अपनी कंपनी निरमा लिमिटेड (बीएसई कोड – 500308, एनएसई कोड – NIRMA) को शेयर बाजार से डीलिस्ट कराने का फैसला कर लिया है। कंपनी की तरफ से आधिकारिक सूचना मिलते ही यह शेयर कल 52 हफ्ते के शिखर 264.85 रुपए पर जा पहुंचा। हालांकि बंद हुआ 7.15 फीसदी की बढ़त के साथ 240.50 रुपए पर। तेजी के पीछे भागनेवाले निवेशक हो सकता है इसे लपकने की कोशिशऔरऔर भी

देश की सबसे बडी एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर (एचयूएल) ने अपने 2.25 करोड़ शेयर, बाजार से वापस खरीदने का फैसला किया है। ये शेयर अधिकतम 280 रुपए के मूल्य पर खरीदे जाएंगे। कंपनी इस बायबैक पर कुल 630 करोड़ रुपए खर्च करेगी। खरीद बीएसई व एनएसई दोनों ही स्टॉक एक्सचेंजों से खुले तौर पर जाएगी। कंपनी का कोई भी शेयरधारक अपने शेयर वापस कंपनी को 280 रुपए तक के भाव पर बेच सकताऔरऔर भी

देश की सबसे बडी एफएमसीजी (फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स) कंपनी हिंदुस्तान यूनिलीवर सही ही दावा करती है कि हर तीन में से दो भारतीय उसका कोई न कोई ब्रांड रोजाना इस्तेमाल करते हैं। बाकी एक तिहाई आबादी गरीबी रेखा से नीचे है, नहीं तो वो भी करती। चाय से लेकर सूप, आटे से लेकर पानी, साबुन से लेकर शैंपू, घर की सफाई से लेकर दांतों की सफाई तक… कहां नहीं है हिंदुस्तान लीवर। लेकिन लोगों के दिमागऔरऔर भी

हमारा कंपनी अधिनियम किसी कंपनी मे स्वतंत्र निदेशकों की नियुक्ति के बारे में कुछ नही कहता। लेकिन लिस्टिंग समझौते के अनुच्छेद-49 के अनुसार स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध हर कंपनी को अपने बोर्ड में स्वतंत्र निदेशकों को रखना जरूरी है। फिर भी स्टॉक एक्सचेंजों में सूचीबद्ध 130 कंपनियों ने इस नियम का पूरी तरह पालन नहीं किया है। इसमें से 83 कंपनियां बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) की हैं तो 47 कंपनियां नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की। यह जानकारीऔरऔर भी