हालांकि बाजार निफ्टी के 5400 के स्तर के आसपास कायदे से डटा हुआ है। लेकिन मुझे लगता है कि 5400 के ऊपर जाने से पहले यह 5300 तक नीचे आता तो इसे ज्यादा पुख्ता व स्वस्थ आधार मिल जाता। वैसे, 5200 और 5300 पर पुट (बेचने) ऑप्शन सौदों के वोल्यूम और ओपन इंटरेस्ट की मौजूदा स्थिति दिखाती है कि रोलओवर शुरू होने से पहले बाजार में थोड़ा करेक्शन आएगा। मारुति सुजुकी का स्टॉक बाजार को चौंका सकताऔरऔर भी

बीएएसएफ इंडिया रसायन बनानेवाली बहुराष्ट्रीय कंपनी है। इसकी इक्विटी में मूल यूरोपीय समूह बीएएसएफ से जुड़ी पांच कंपनियों की कुल 71.69 फीसदी हिस्सेदारी है। एलआईसी, जीआईसी और यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस ने इसके कुल 5.30 फीसदी शेयर खरीद रखे हैं। एफआईआई के पास कंपनी के महज 0.12 फीसदी शेयर हैं। सोमवार को बीएसई में इसके मात्र 14,038 शेयरों में कारोबार हुआ जिसमें से 6481 शेयर (46.17 फीसदी) ही डिलीवरी के लिए थे। एनएसई में भी इसके 17,604 शेयरोंऔरऔर भी

सेंसेक्स अब 18,000 के जादुई आंकड़े से सिर्फ 170 अंक दूर है और अगर सोमवार को 9 बजे बाजार खुलने पर यह मुकाम हासिल हो जाए तो मुझे जरा-सा भी अचरज नहीं होगा। कल मेरी टीम ने जब मुझे बताया कि स्लोएन (Sloane) नाम के एक फंड ने भारती एयरटेल के 10.3 लाख शेयर खरीदे हैं, तभी मैंने उनसे कह दिया था कि भारती कल आराम कल 300 रुपए को पार कर जाएगा और पक्के तौर परऔरऔर भी

डेक्कन क्रॉनिकल होल्डिंग्स के 1,79,911 शेयर (0.07 फीसदी इक्विटी) एलआईसी ने 26 अप्रैल 2010 को खरीदे थे। उस दिन बीएसई में इसका बंद भाव 153.50 रुपए था। उसके बाद से बीते शुक्रवार 2 जुलाई 2010 तक यह 20 फीसदी गिरकर 122.40 रुपए पर आ चुका है। जाहिर-सी बात है कि एलआईसी दूरगामी संभावनाओं के आधार पर निवेश करता है और अगर उसे डेक्कन क्रॉनिकल में 153.50 पर संभावना दिख रही थी तो हमारे लिए 122.40 रुपए केऔरऔर भी