वोल्यूम के गेम में नपते हैं निवेशक

बाजार में निराशावादी अब भी मंदड़ियों की पताका लहरा रहे हैं। हर बढ़त का इस्तेमाल नए शॉर्ट सौदों के लिए किया जा रहा है। मुझे पक्का नहीं है कि एफआईआई आगे क्या करने जा रहे हैं क्योंकि वे विशुद्ध ट्रेडर बन चुके हैं और ऑप्शन प्रणाली के जरिए ट्रेडिंग के लिए अल्गोरिथम का इस्तेमाल कर रहे हैं। हालांकि उन्हें आखिरकार इसमें नुकसान ही उठाना पड़ेगा क्योंकि भारतीय बाजार में वो गहराई व विस्तार नहीं है जहां अल्गोरिथम जैसी उन आधुनिक पद्धतियों का इस्तेमाल किया जा सके जो अमेरिका जैसे विकसित बाजारो में खूब कारगर हैं।

हमने अखबारो में पढ़ा है कि सेबी नए आईपीओ और उनमें लिस्टिंग के पहले दिन होनेवाले उछाल के फ्रॉड की जांच कर रहा है। होता यह रहा है कि आईपीओ में बोगस आवेदन डालकर सब्सक्रिप्शन बढ़ाया जाता है और ऐन वक्त पर उन्हें वापस ले लिया जाता है। वासवानी इंडस्ट्रीज की लिस्टिंग सेबी ने इसी के चलते रुकवाई है। दरअसल, आपको पता ही होगा कि आईपीओ सब्सक्रिप्शन में कैसा रैकेट चलता है। आवेदन के फॉर्म तक प्रीमियम पर बेचे जाते हैं। कई समूह है जो इन फॉर्मों को भरते-भरवाते हैं।

इसी तरह लिस्टिंग पर 300-400 जॉबर्स को लगाकर वोल्यूम पैदा किया जाता है और भाव को चढ़ाया जाता है क्योंकि पहले दिन सर्किट फिल्टर का कोई चक्कर तो होता नहीं। रिटेल निवेशक बोगस वोल्यूम के झांसे में आ जाते हैं और मोटे तौर पर माना जाता है कि आईपीओ के ऑपरेटर हर 100 शेयरों के वोल्यूम पर 10 से 15 शेयर रिटेल निवेशकों के मत्थे मढ़ने में कामयाब हो जाते हैं।

मॉरीशस के रास्ते शेयर बाजार में आनेवाले निवेश की सीबीआई जांच से पता चल सकता है कि बहुत सारे एफआईआई नायायज संस्थाओं व व्यक्तियों अपना नाम देने के धंधे में लगे हुए हैं। यह जानकारी अगर सार्वजनिक रूप से उजागर हो गई तो एफआईआई सब-एकाउंट्स के जरिए बाजार में की जानेवाली चालबाजी रुक सकती है।

खैर, यह सब चीजें अपनी जगह हैं। उधर केरल में मानसून वक्त से दो दिन पहले ही पहुंच चुका है। जल्दी ही इसकी फुहारें मुंबई में भी शुरू हो जाएंगी। मानसून बाजार में खुशी का दूत बनकर आ रहा है क्योंकि इससे मुद्रास्फीति से लेकर ब्याज दरों की चिंताएं ठंडी पड़ सकती हैं। मेरा मानना है कि उम्मीद से बेहतर मानसून एक नए उत्साह का संचार कर सकता है औ बाजार तेजी पकड़ सकता है। कम से कम निफ्टी 5735 तक तो पहुंच ही सकता है। आज सुबह 5509.30 तक उठने के बाद निफ्टी नीचे आया और 11 बजे के आसपास 5458.60 तक नीचे जाने के बाद फिर से उठने लगा।

बी ग्रुप के बहुत सारे शेयरों में भारी संभावना है। असल में ए ग्रुप के शेयरों का संकट ऑपरेटरों और एफआईआई को बी ग्रुप पर ध्यान केंद्रित करने को प्रेरित कर सकता है और इससे वहां लिक्विडिटी व सक्रियता बढ़ेगी। अभी तक पीटे गए सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के स्टॉक्स पलटकर थोड़ा वापस उठ सकते हैं।

मानव एकमात्र जीव है जो वह क्या है, इसे मानने व स्वीकार करने को कतई तैयार ही नहीं होता।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का फीस-वाला कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)

1 Comment

  1. Buy Windsor Machine as the company has been profitable & is coming out of bifr’s perview soon.

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