रिजर्व बैंक ने अपेक्षा के मुताबिक ब्याज दरों में 0.25 फीसदी की वृद्धि कर दी है। अब तत्काल प्रभाव से रेपो दर बढ़कर 8.50 फीसदी हो गई है। इसके अनुरूप रिवर्स रेपो दर 7.50 फीसदी और एमएसएफ सुविधा में बैंकों द्वारा रिजर्व बैंक से अतिरिक्त धन लेने पर ब्याज की दर 9.5 फीसदी हो गई है। रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति की दूसरी त्रैमासिक समीक्षा में चालू वित्त वर्ष 2011-12 के लिए आर्थिक विकास दर का अनुमान 8 फीसदी से घटाकर 7.6 फीसदी कर दिया है।
मुद्रास्फीति के बारे में उसका मानना है कि यह दिसंबर से नीचे आना शुरू हो जाएगी। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि आज से बैंकों के बचत खाते पर ब्याज की दर से नियंत्रण पूरी तरह घटा लिया गया है। अभी तक यह 4 फीसदी पर बंधी हुई थी। लेकिन अब इन खातों पर बैंक मनचाहा ब्याज दे सकते हैं।