अगर पिछले वित्त वर्ष 2010-11 में सारी कटौतियों के बाद वेतन और बैंक के बचत खाते से मिले 10,000 रुपए तक के ब्याज को जोड़कर आपकी करयोग्य आय 5 लाख रुपए तक है तो आपको 31 जुलाई 2011 की तारीख को लेकर परेशान होने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि आकलन वर्ष 2011-12 से 5 लाख रुपए तक की आयवालों को टैक्स-रिटर्न भरने की बाध्यता से मुक्त कर दिया गया है। लेकिन अगर आप दो जगह नौकरी करते हैं, अन्य स्रोतों से भी आपकी आय है और आपका रिफंड बनता है तो आपको रिटर्न भरना पड़ेगा।
2011-06-23