कृषि मंत्रालय के अनुसार इस बार धान और तिलहन के बोवाई रकबे में काफी वृद्धि हुई है। इससे लगता है कि चावल व खाद्य तेलों की सप्लाई ज्यादा रहेगी जिससे इनके दाम नीचे आ सकते हैं।
कृषि मंत्रालय ने बताया है कि राज्यों से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार 16 सितंबर तक 376.77 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में धान की बोवाई हुई है। यह पिछले साल के मुकाबले 33.55 लाख हेक्टेयर अधिक है। पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में इस बार ज्यादा बोवाई हुई है।
तिलहन की बोवाई 178.14 लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल में हुई है जो गत वर्ष के मुकाबले 5.61 लाख हेक्टेयर अधिक है। तिलहन की अधिक बोवाई महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में देखने को मिली है। मोटे अनाजों की बुआई 196.68 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हुई है जबकि 119.69 लाख हेक्टेयर में कपास बोया गया है।
फसल बोवाई का आंकड़ा इस प्रकार है: (लाख हेक्टेयर में)
फसल | इस वर्ष का बुआई क्षेत्रफल (16 सितम्बर तक) | गत वर्ष का बुआई क्षेत्रफल (16 सितम्बर तक) |
चावल | 376.77 | 343.22 |
मक्का | 74.19 | 74.42 |
ज्वार | 26.03 | 30.33 |
बाजरा | 79.07 | 85.93 |
मोटे अनाजों का योग | 196.68 | 210.35 |
अरहर | 38.24 | 45.07 |
मूंग | 23.57 | 27.49 |
उड़द | 22.37 | 23.91 |
दलहन का कुल योग | 106.76 | 117.41 |
सोयाबीन | 103.23 | 93.21 |
मूंगफली | 43.22 | 49.33 |
तिलहन का कुल योग | 178.14 | 172.52 |
गन्ना | 50.79 | 49.32 |
कपास | 119.69 | 109.57 |