कुछ चमके खरीद से, कुछ कवरिंग से

रिजर्व बैंक ने एक बार फिर वही किया। ब्याज दर बढ़ाकर मुद्रास्फीति को थामने का आक्रामक अंदाज बनाए रखा। इससे तो यही लगता है कि मंदड़िए फिर से हमला करने की कोशिश करेंगे क्योंकि पिछले दो दिनों वे अपनी शॉर्ट पोजिशन काट चुके हैं। फिर भी बाजार का मिजाज कुल मिलाकर धीरे-धीरे तेजी का होता जा रहा है। अब तो निफ्टी के 4000 या इससे भी नीचे जाने की भविष्यवाणी करनेवाले एनालिस्ट भी अपनी राय बदलकर गिरने पर खरीदने की बात करने लगे हैं।

आज बहुतों को उम्मीद थी कि बाजार आगे निकल जाएगा। रिजर्व बैंक की घोषणा के ठीक पहले तक निफ्टी 5143.60 तक चला गया। फिर दोपहर बारह बजे ब्याज दर बढ़ाने का फैसला आने पर मिनटों के भीतर यह टूटकर 5068.10 तक गिर गया। लेकिन ब्याज दर बढ़ाए जाने के बावजूद यह जिस तरह उठा है, उसमें कुछ सौदों को काटना, थोड़ी मुनाफावसूली का होना स्वाभाविक था। फिलहाल वो 0.17 फीसदी की बढ़त से लेकर 5084.25 पर बंद हुआ है। अब 4900 का स्टॉप लगाकर निफ्टी में 5010 के स्तर पर फिर से एंट्री लें और फिर देखिए कि क्या होता है।

इस बीच वैश्विक परिदृश्य में कोई बड़ा अंतर नहीं आया है। दरअसल, यूरोप तो एकदम बीआईएफआर के मामले जैसा बन गया है जहां बुरे निवेशकों को बचाने के लिए कुछ अच्छे निवेशकों की दरकार है। अपने यहां तो ऐसा अक्सर होता ही रहता है। वैसे, बेहद ओवरसोल्ड बाजार शॉर्ट के सौदागरों को हमेशा अपनी अप्रत्याशित प्रतिक्रिया से चौंकाते रहे हैं। इसलिए मुझे लगता है कि अब शॉर्ट करने का समय जा चुका है। अब तो यही विकल्प है कि हर डुबकी पर खरीदा जाए और मौके का भरपूर फायदा उठाया जाए।

आज फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज जैसे कुछ स्टॉक्स वाकई चमक गए। फाइनेंशियल टेक्नोलॉजीज के मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट ने सेबी को तीन हफ्तों में मसला सुलझा लेने को कहा है, नहीं तो वह फैसला सुना देगा। पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) इसलिए चमक गया क्योंकि पिछले दो दिनों में एलआईसी उसका सबसे बड़ा खरीदार रहा है। ओएनजीसी शॉर्ट कवरिंग के चलते चमक गया क्योंकि बहुत से एचएनआई और अनधिकृत बाजार के ऑपरेटर इसकी मौजूदा सीरीज के फ्यूचर्स व ऑप्शंस में इस उम्मीद में शॉर्ट हो गए थे कि उन्हें एफपीओ में 5 फीसदी डिस्काउंट पर एलॉटमेंट मिल जाएगा। एफपीओ के टल जाने पर उनके सामने शॉर्ट सौदों को काटने के लिए अलावा कोई चारा नहीं बचा।

केएसके एनर्जी वेंचर्स (बीएसई – 532997, एनएसई – KSK) ने सेबी के पास अपने शेयरों की वापस खरीद या बायबैक के लिए दस्तावेज दाखिल करा दिए हैं और अब उसे मंजूरी पाने का इंतजार है। अंत में बस इतना कहना है कि ब्याज दर बढ़ाने से मुद्रास्फीति नीचे नहीं आनेवाली, बल्कि इससे मुद्रास्फीति और बढ़ेगी। लेकिन मानसून जरूर इस पर लगाम सकता है। इसके लिए अगली फसल आने का इंतजार कीजिए।

हम हर दिन कुछ न कुछ सीखते हैं और बहुत बार ऐसा होता है कि हमें पता चलता कि हमने कल जो सीखा था, वह गलत था।

(चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है। लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होंगे। यह मूलत: सीएनआई रिसर्च का पेड-कॉलम है, जिसे हम यहां मुफ्त में पेश कर रहे हैं)

1 Comment

  1. as per my sources selan exploration technology will touch 350 to 400 rs in coming day’s in short to mid term . one can buy and hold selan for decent return in short to mid term

    thanks
    amit kumar

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