इनफोसिस टेक्नोलॉजीज ने कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजों का आगाज कर दिया। कंपनी की आय 23.8 फीसदी और शुद्ध लाभ 14.2 फीसदी बढ़ गया है। लेकिन बाजार इससे ज्यादा उम्मीद लगाए बैठा था। इसलिए इनफोसिस के शेयर गुरुवार को करीब पांच फीसदी गिर गए। कंपनी ने 31 दिसंबर 2010 को खत्म तिमाही में समेकित आधार पर 7106 करोड़ रुपए की आय हासिल की है जो सितंबर तिमाही से 2.3 फीसदी और पिछले साल भर की दिसंबर तिमाही से 23.8 फीसदी ज्यादा है। इसी तरह उसका शुद्ध लाभ इस बार 1780 करोड़ रुपए रहा है जो सितंबर तिमाही से 2.5 फीसदी और पिछले साल की दिसंबर तिमाही से 14.2 फीसदी अधिक है।
रेलिगेयर सिक्यूरिटीज के कार्यकारी उपाध्यक्ष राजेश जैन का कहना है, “इनफोसिस ने दबे हुए नतीजे लाकर बाजार को निराश किया है। बाजार अब टीसीएस व विप्रो समेत आईटी सेक्टर की अन्य प्रमुख कंपनियों से अच्छे नतीजों की अपेक्षा लगाए हुए है।” हालांकि कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग के उपाध्यक्ष अमरीश बालिगा का कहना है कि अब अन्य आईटी कंपनियों से उम्मीद थोड़ी हल्की पड़ जाएगी।
बैंगलोर में तीसरी तिमाही के नतीजों की घोषणा के बाद इनफोसिस के सीएफओ (चीफ फाइनेंस ऑफिसर) वी बालकृष्णन ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान कहा, “मैं विदेशी मुद्रा की विनिमय दरों में चल रहे उतार-चढ़ाल से बहुत चिंतित हूं क्योंकि दुनिया भर में सभी अर्थव्यवस्थाएं संकट के दौर से गुजर रही हैं। मुझे लगता है कि बाजार तमाम देशों के कर्ज से जुड़े जोखिम को लेकर काफी फिक्रमंद है जिसके चलते मुद्रा में भयंकर चंचलता आ गई है।”
देश में टीसीएस के बाद दूसरी सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी इनफोसिस के सीईओ एस गोपालकृष्णन का कहना था कि विकसित बाजारों में कमजोर आर्थिक स्थिति और ज्यादा बेरोजगारी व ऋणों की अदायगी में देशों के डिफॉल्ट के जोखिम के चलते उद्योग का विकास प्रभावित हो सकता है। वैसे, मार्च 2011 में खत्म हो रहे पूरे चालू वित्त वर्ष के लिए इनफोसिस ने अनुमान लगाया है कि उसकी आय 20.5 से 20.8 फीसदी बढ़कर 27,408 करोड़ से 27,481 करोड़ रुपए रहेगी, जबकि ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) 8.9 से 9.1 फीसदी बढ़कर 118.68 से 118.90 रुपए हो सकता है। चौथी तिमाही में आय में वृद्धि का अनुमान 20.4 से 21.6 फीसदी और शुद्ध लाभ में वृद्धि का अनुमान 10.8 से 11.6 फीसदी का है। इन अनुमानों में ऑनमोबाइल सिस्टम्स में निवेश के बेचने से मिलनेवाले 48 करोड़ रुपए नहीं जोड़े गए हैं।
गुरुवार को घोषित नतीजों के मुताबिक कंपनी के पास 31 दिसंबर 2010 तक 14,819 करोड़ रुपए का कैश बैलेंस है। 31 मार्च 2010 को यह कैश बैलेंस 12,111 करोड़ रुपए था। इस तरह नौ महीनों में कंपनी का कैश बैलेंस 2708 करोड़ रुपए बढ़ गया है। इसके अलावा कंपनी ने सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट्स (सीडी) में 1064 करोड़ रुपए लगा रखे हैं। कंपनी की प्रॉपर्टी, प्लांट व उरकरणों की कीमत अभी 4724 करोड़ रुपए है। देनदारियों में कंपनी की इक्विटी 286 करोड़, शेयर प्रीमियम 3070 करोड़ और रिटेन्ड अर्निंग या रिजर्व 22,008 करोड़ रुपए के हैं। इनको हटा दें कि तो कंपनी की बाकी देनदारी सिर्फ 3857 करोड़ रुपए की बनती है।
कंपनी ने तीसरी तिमाही में 40 नए क्लाएंट हासिल किए हैं। इस दौरान उससे 11,067 कर्मचारी नए जुड़े। लेकिन 5756 के कंपनी छोड़कर चले जाने के कारण कर्मचारियों की संख्या में वास्तविक इजाफा 5311 का ही हुआ। इस समय इनफोसिस के कुल कर्मचारियों की संख्या 1,27,779 पर पहुंच गई है।