इंडियन ऑयल महंगा है तो क्या!

इंडियन ऑयल (बीएसई कोड – 530965, एनएसई कोड – IOC) का नाम ही काफी है। लेकिन जानते हैं इसकी सालाना आय कितनी है? 2,69,136 करोड़ रुपए। जिसे हम बार-बार देश की सबसे बड़ी कंपनी कहते हैं, उस रिलायंस इंडस्ट्रीज की सालाना आय है 1,92,461 करोड़ रुपए। हां, बाजार पूंजीकरण में वह जरूर नंबर-वन है क्योंकि उसके शेयर के मूल्य व कुल जारी शेयरों की संख्या का गुणनफल 3,30,230 करोड़ रुपए है, जबकि इंडियन ऑयल का बाजार पूंजीकरण 1,08,808 करोड़ रुपए है। असल में इंडियन ऑयल आय के मामले में ओएनजीसी, भारत पेट्रोलियम (बीपीसीएल) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम (एचपीसीएल) सबसे बड़ी कंपनी है।

सरकारी कंपनी है। 2427.95 करोड़ रुपए की इक्विटी में में सरकार की हिस्सेदारी 78.92 फीसदी है। बाकी एफआईआई के पास 0.66 फीसदी, डीआईआई के पास 5.31 फीसदी, कॉरपोरेट निकायों के पास 9.57 फीसदी, ट्रस्टों के पास 2.41 फीसदी और गुजरात के गर्वनर के पास 0.11 फीसदी शेयर हैं। एक लाख रुपए से कम निवेश करनेवाले शेयरधारकों के पास कंपनी की 2.78 फीसदी इक्विटी है। लेकिन इनकी संख्या है 1,92,191 यानी कुल 1,97,742 शेयरधारकों के 97 फीसदी से ज्यादा। पब्लिक की श्रेणी में ओएनजीसी के पास इसके 8.77 फीसदी और एलआईसी के पास 2.92 फीसदी शेयर हैं।

सरकार ने 1994-95 में सबसे पहले कंपनी में अपनी 9 फीसदी हिस्सेदारी बेची थी। उसके बाद 1999 में सरकार ने कंपनी में अपनी 10 फीसदी हिस्सेदारी ओएनजीसी को बेच दी। कंपनी अगस्त 2003 में 1:2 और अक्टूबर 2009 में 1:1 में बोनस शेयर दे चुकी है। ठीक एक हफ्ते पहले 21 सितंबर को ही कंपनी के निदेशक बोर्ड ने एफपीओ (फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर) लाने का फैसला किया है। कंपनी अपनी 10 फीसदी और इक्विटी बेचने जा रही है। अभी इसे शेयरधारकों की मंजूरी जैसी औपचारिकताएं पूरा करने में वक्त लगेगा।

लेकिन एक बात साफ है कि फॉर्च्यून-500 की सूची में शामिल इस कंपनी के शेयर आम भारतीयों के खाते में होने ही चाहिए। फिलहाल बाजार में इसके शेयर बहुत सस्ते नहीं कहे जाएंगे। कंपनी का ठीक पिछले बारह महीने (टीटीएम) का ईपीएस (प्रति शेयर लाभ) 12.97 रुपए है, जबकि शेयर का भाव है 448.15 रुपए। दूसरे शब्दों में उसका शेयर 34.55 के पी/ई अनुपात पर ट्रेड हो रहा है। हफ्ते भर पहले ही इसने 458.90 रुपए पर 52 हफ्ते का शिखर हासिल किया है। उसके शेयर की बुक वैल्यू 194.18 रुपए है। यानी शेयर का भाव बुक वैल्यू से 2.31 गुना है।

जाहिर है कंपनी का शेयर महंगा है। लेकिन कंपनी की बुनियादी ताकत को देखते हुए इसे मौजूदा भाव पर भी खरीदने का शगुन कर देना चाहिए। एफपीओ में यकीकन शेयर का मूल्य मौजूदा बाजार से काफी कम रखा जा सकता है और रिटेल निवेशकों को 5 फीसदी डिस्काउंट भी मिलेगा। इसलिए बड़ी खरीद इसमें तभी की जानी चाहिए। अभी तो इसके पांच-दस शेयर खरीद के रख देने चाहिए।

बाकी गैमन इंडिया पर नजर रखने की जरूरत है। कहा जा रहा है कि आज विम प्लास्ट में 20 फीसदी का ऊपरी सर्किट लगने की नौबत आ सकती है। कल यह शेयर 5.29 फीसदी बढ़कर 230 रुपए पर बंद हुआ है। विंडसर मशींस को बेचकर अब निकल लेना चाहिए। आज से ब्रशमैन (इंडिया) में बढ़ने का सिलसिला शुरू हो सकता है।

2 Comments

  1. bilkul theek kaha sir aapne.IOC is a golden share its a Maharatn company of govt.ye mera fev stock hai aur mere pas @292 ka hai.

  2. Also keep Scooters India, Tide Water, Madras Fertilisers, Andrew Yule which has immense hidden value.
    Most likely Scooters India shall be taken over By Atul Limited ;though Bajaj Auto, M& M ,Tata’s are alsi in the race and pricing likely to be at a premium over Rs 65/. Expected

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