यूरोप व अमेरिका में भले ही वित्तीय व आर्थिक संकट चल रहा हो, लेकिन भारत के निर्यात के बढ़ते जाने का कमाल जारी है। देश का निर्यात कारोबार पिछले कई माह से बढ़ता रहा है और अगस्त में भी साल भर पहले की तुलना में 44.25 फीसदी बढ़कर 24.31 अरब डॉलर पर पहुंच गया।
इस दौरान आयात भी साल भर पहले मुकाबले 41.82 फीसदी बढकर 38.35 अरब डॉलर रहा। इस तरह अगस्त में व्यापार घाटा (आयात से निर्यात का अंतर) 14.04 अरब डॉलर रहा। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष में अप्रैल-अगस्त के पांच महीनों में भारत का निर्यात पिछले साल की इसी अवधि की तुलना में 54.2 फीसदी बढ़कर 134.5 अरब डॉलर रहा।
इसी दौरान आयात 189.4 अरब डॉलर के बराबर रहा जो वार्षिक आधार पर 40.4 फीसदी की वृद्धि दर्शाता है। व्यापार घाटा 54.9 अरब डॉलर रहा। भारतीय निर्यात क्षेत्र ने यूरोप और अमेरिका जैसे अपने परम्परागत बाजारों में वित्तीय और आर्थिक संकट के बावजूद उल्लेखनीय वृद्धि हासिल की है। लेकिन वाणिज्य सचिव राहुल खुल्लर ने कहा कि आनेवाले महीनों में निर्यात में इतनी ऊंची वृद्धि का बने रहना मुश्किल होगा क्योंकि पश्चिमी बाजारों में अनिश्चितता का माहौल है।
अगस्त 2011 में पेट्रोलियम आयात 10.3 अरब डॉलर के बराबर रहा जो पिछले साल इसी माह की तुलना में 48.7 फीसदी अधिक है। माह के दौरान गैर-तेल आयात 39.4 फीसदी बढ़कर 28 अरब डॉलर के बराबर रहा। आकंड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष के पहले पांच महीनों (अप्रैल-अगस्त 2011) के दौरान तेल आयात 52.3 अरब डॉलर और गैर-तेल आयात 137 अरब डॉलर रहा।