देश में कंप्यूटर और अत्याधुनिक सूचना तकनीक के पैरोकार सैम पित्रोदा के मुताबिक उपलब्ध सूचनाओं व ज्ञान को समाज के सभी वर्गों तक पहुंचाने की जरूरत है। इससे न केवल पारदर्शिता को बढ़ावा मिलेगा बल्कि सेवाओं की वितरण व्यवस्था में भी सुधार होगा। बता दें कि सैम पित्रोदा जहां राष्ट्रीय ज्ञान आयोग (एनकेसी) के चेयरमैन हैं, वहीं लोक सूचना, इंफ्रास्ट्रक्चर व नवोन्मेष पर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सलाहकार भी हैं।
राजधानी दिल्ली में बुधवार को फोर स्कूल आफ मैनेजमेंट के 18वें दीक्षांत समारोह में पित्रोदा ने कहा कि आज के दौर में सूचना प्रौद्योगिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। इसने शिक्षा, परिवहन और प्रशासन के तौर-तरीकों को बदल दिया है। इसलिए सूचना प्रौद्योगिकी तक सभी वर्गों की पहुंच सुनिश्चित करवाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि फाइलों में पड़ी सूचनाओं को ऑनलाइन उपलब्ध करवाने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय ज्ञान नेटवर्क का निर्माण और पंचायतों को ब्रॉडबैंड से जोडऩे का काम इसी के मद्देनजर किया जा रहा है।
पित्रोदा ने भारत में पर्याप्त नवोन्मेष और अनुसंधान न होने के लिए पुरानी मानसिकता को जिम्मेवार ठहराया। उन्होंने कहा कि आज हमें 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटना है, जबकि हमारी सोच 19वीं सदी की है। इसे बदलने की जरूरत है। जरूरत है कि सूचनाओं और जानकारियां का लोकतंत्रीकरण करें ताकि पुरानी सोच को बदला जा सके।