देश की सबसे बड़ी सॉफ्टवेयर निर्यातक कंरनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज ने उम्मीद से बेहतर नतीजे घोषित किए हैं। चालू वित्त वर्ष में जून 2011 की पहली तिमाही में उसने समेकित या कंसोलिडेटेड आधार पर 2414.76 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ हासिल किया है। यह साल भर पहले जून 2010 की तिमाही के शुद्ध लाभ 1906.07 करोड़ रुपए से 26.69 फीसदी ज्यादा है। इस दौरान कंपनी की आय 8217.28 करोड़ रुपए से 31.39 फीसदी बढ़कर 10797.02 करोड़ रुपए हो गई।
एनालिस्टों और ब्रोकरों में आमराय थी कि समेकित आधार पर कंपनी का शुद्ध लाभ 2288 करोड़ रुपए और आय 10691 करोड़ रुपए रहेगी। पर हल्ला था कि वास्तविक लाभ इससे कम रहेगा। इस चक्कर में गुरुवार को इसमें काफी शॉर्ट सौदे भी हुए और इसका शेयर बीएसई में 2.23 फीसदी गिरकर 1125.25 रुपए पर बंद हुआ।
अगर कंपनी के स्टैंड-अलोन नतीजों की बात करें तो उसकी बिक्री पहली तिमाही में 34.36 फीसदी बढ़कर 6410.95 करोड़ रुपए से 8613.56 करोड़ रुपए और शुद्ध लाभ 32.51 फीसदी बढ़कर 1556.41 करोड़ रुपए से 2062.43 करोड़ रुपए हो गया है। ठीक पिछली तिमाही यानी मार्च 2011 से तुलना करें तो कंपनी की बिक्री में 8.08 फीसदी का इजाफा हुआ है, जबकि शुद्ध लाभ में 4.04 फीसदी की कमी आई है।
पहली तिमाही के नतीजों को जारी करने के बाद टीसीएस के सीएफओ एस महालिंगम ने जारी एक बयान में कहा, “हम दुनिया के बाजार को लेकर चौकन्ने जरूर हैं। लेकिन हमें नहीं लगता कि वहां की समग्र आर्थिक नीतियों से संबंधित मसले इन बाजारो में बिजनेस फैसले लेने की प्रक्रिया को प्रभावित करेंगे।“
पहली तिमाही के दौरान कंपनी ने 24 नए ग्राहक जोड़े हैं। हालांकि उसका लाभ मार्जिन वेतन में वृद्धि के चलते 64 आधार अंक (0.64 फीसदी) घट गया है। कंपनी का शुद्ध लाभ मार्जिन जून 2010 की तिमाही में 24.28 फीसदी और मार्च 2011 की तिमाही में 26.97 फीसदी रहा है। टीसीएस के मुख्य ग्राहकों में सिटी ग्रुप, जनरल इलेक्ट्रिक, ब्रिटिश एयरवेज और सोनी कॉर्प जैसे बड़े नाम शामिल हैं।