सोचो कि बाज़ार (निफ्टी/सेंसेक्स) गिर जाएगा तो वो बढ़ जाता है और सोचो कि बढ़ेगा तो गिर जाता है। यह हमारा या आपका ही नहीं, बड़े-बड़े दिग्गजों का भी हाल है। कारण यह कि आप लाखों-करोड़ों लोगों के मन में क्या भाव व भावनाएं चल रही हैं, उनका अंदाज़ा तो लगा सकते हैं, पर सटीक हिसाब नहीं लगा सकते। इसीलिए छोटी अवधि में शेयर बाज़ार की चाल की सटीक भविष्यवाणी करना असंभव है। फिर भी लाखों ट्रेडरऔरऔर भी