असम में इस बार चाय की फसल खराब रही है। पैदावार लगभग 25 फीसदी घट गई है। ऐसे में चाय की कीमतें बढ़ सकती हैं जिसका सकारात्मक असर चाय कंपनियों के शेयरों पर पड़ सकता है। इसलिए अभी चाय कंपनियों पर खास नजर रखने की जरूरत है। मैकलियॉड रसेल के शेयरों में सुबह से ही बढ़त का सिलसिला दिख रहा है। बीएसई में यह शेयर अभी तक 2.45 फीसदी बढ़कर 175.55 रुपए पर कारोबार कर रहा है।
इसमें पहले दो घंटे में ही 1.13 लाख शेयरों की ट्रेडिंग हो चुकी है, जबकि पिछले दो हफ्ते में पूरे दिन की औसत ट्रेडिंग 1.95 लाख शेयरों की होती रही है। इस शेयर में 25 फीसदी बढ़त की संभावना है और यह निकट भविष्य में 270 रुपए तक जा सकता है। एनएसई में इसका भाव 175.45 रुपए है और इसके 3.48 लाख शेयरों में सौदे हो चुके हैं। एनएसई में इसका 52 हफ्ते का उच्चतम भाव 311.25 और न्यूनतम भाव 88 रुपए का रहा है। बीएसई में इसने 7 जनवरी 2010 को 311.50 रुपए का उच्चतम स्तर हासिल किया था, जबकि उसका न्यूनतम भाव एक साल पहले 9 जून 2009 को 90 रुपए रहा था।
बीएसई में टाटा टी थोड़ी बढ़त के साथ 1076.15 रुपए पर है। गोदरेज और हिंदुस्तान यूनिलीवर भी चाय के धंधे में हैं। इसलिए उनकी आय पर भी चाय के बढ़े दामों का सकारात्मक असर पड़ सकता है।