दिल्ली मेट्रो से सफर करनेवाले मध्यम आयवर्ग के 59 फीसदी लोग और गुड़गांव से रोजाना अप-डाउन करनेवाले 78 फीसदी लोगों को अगर मौका मिले तो वे साइकिल से ही यात्रा करना पसंद करेंगे। यह नतीजा है एक ताजा बाजार सर्वेक्षण का। इन लोगों को कहना है कि अगर साइकिल के लिए अलग लेन, पार्किंग की सुविधा और अन्य बाकी तंत्र हो तो उनकी पहली पंसद साइकिल से चलना होगा।
इस सर्वेक्षण के निष्कर्षों के साथ बीजेपी सांसद तरुण विजय के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल सोमवार को उपराष्ट्रपति एम हामिद अंसारी से मिला। मुलाकात के दौरान उन्होंने शहरी इलाकों में साइकिल के प्रयोग को बढ़ावा देने के साथ-साथ शहरी स्तर पर मोटर-रहित परिवहन (एनएमटी) प्रकोष्ठ स्थापित करने का आग्रह किया।
उनका कहना था कि शहरी क्षेत्र में लोगों द्वारा महसूस की जा रही मुख्य चुनौतियों से निपटने के लिए अब यह जरूरी हो गया है कि साइकिल के प्रयोग को बढ़ावा दिया जाए। गत दशक के दौरान भारत में काफी विकास हुआ है, लेकिन यातायात के दबाव, जीवन शैली से जुड़े रोग और प्रदूषण संबंधी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। इनका सामना शहरी क्षेत्र की बड़ी आबादी द्वारा किया जा रहा है। ये चुनौतियां आने वाले समय में और बढ़ सकती हैं और यह जरूरी है कि तत्काल ठोस कदम उठाया जाए।