धीरे-धीरे बोल कोई सुन न ले…

अपने शेयर बाजार की दो ऐसी बातें आपसे बांटना चाहता हूं जो आज तक मुझे पता नहीं थीं। पहली बात यह कि वॉल्यूम एक छलावा भी हो सकता है। अगर आप किसी शेयर में अचानक भारी ट्रेडिंग देखते हैं तो बहुत संभव है कि यह प्रवर्तकों की तरफ से कराया गया खेल हो। असल में बाजार में ऐसे ट्रेडर हैं जो 0.007 से लेकर 0.07 फीसदी फीस लेकर शेयर में वॉल्यूम पैदा करते हैं। यानी आप उन्हें 7 से 70 रुपए दे दें तो वे आपके शेयर में एक लाख रुपए मूल्य के सौदे करवा देंगे।

अगर वे एक ही टर्मिनल से ट्रेडिंग करेंगे तो स्टॉक एक्सचेंज और सेबी उन्हें पकड़ सकते सकते हैं। इसलिए वे 20 से लेकर 40 टर्मिनल पर काम करते हैं। अगल-बगल दो टर्मिनल रख लिए। एक से बाई (खरीद) का सौदा लगाया, दूसरे से सेल (बिक्री) का। एक ट्रेडर कम से कम दो टर्मिनल पर काम करता है। इस तरह 20-25 ट्रेडर मिलकर कंपनी के शेयरों में वॉल्यूम का पहाड़ खड़ा कर देते हैं। इसमें ब्रोकर फर्में भी पूरा योगदान करती हैं। हमारे-आप जैसे निवेशक जब किसी शेयर में भारी वॉल्यूम देखते हैं तो उसकी खरीद में लग जाते हैं। और, इस तरह प्रवर्तकों का अपने शेयर में सक्रियता लाने का काम हो जाता है।

दूसरी तरफ, कुछ ऐसी कंपनियां हैं जिनके प्रवर्तक ही उस शेयर के असली ऑपरेटर हैं। वे अपने अलावा किसी और को इसमें घुसने ही नहीं देते। वे खुद जब चाहते हैं तभी शेयर के दाम घटते-बढ़ते हैं। बाजार की गहरी जानकारी रखनेवाले बताते हैं कि एस्सार ऑयल, वीडियोकॉन, इस्पात इंडस्ट्रीज और जीटीएल इंफ्रा कुछ ऐसी ही कंपनियां हैं। अच्छी खबरों और मजबूती के बाद भी अगर इनके शेयर नहीं उठते तो इसके पीछे इनके प्रवर्तकों की मंशा काम कर रही होती है। यहां, मैं आपको सतर्क कर देना चाहता हूं कि इन कंपनियों के नाम किसी ने बताए हैं। इसलिए हो सकता है यह गलत हों। फिर भी यह बात मैंने इसलिए सामने रखी है कि आप हमारे बाजार में चल रहे असली खेल से वाकिफ हो सकें।

इसमें कोई दो राय नहीं कि भारतीय शेयर बाजार अभी तक बेहद छिछला है। यहां गहराई नहीं है। यहां बाजार शक्तियां पूरी तरह विकसित नहीं हुई हैं। निवेशकों की संख्या कम है। जानकारियों की उपलब्धता उतनी व्यापक नहीं है। पारदर्शिता का अभाव है। पूरी तरह विकसित हुए बगैर कोई भी बाजार न्यायसंगत तरीके से नहीं चल सकता। इसीलिए स्टॉक एक्सचेंज से लेकर पूंजी बाजार नियामक संस्था, सेबी भी पारदर्शिता लाने व वित्तीय साक्षरता बढ़ाने की पुरजोर कोशिश में लगी हुई है।

2 Comments

  1. अच्छी जानकारी, धन्यवाद

  2. Share bazar me aisi kai kahaniya hai jo bhole bhale investors ko pata nahi hai…. kai Co. apne phayede ke liye share market ka istemal karti aai hai aur karti rahengi..

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