कहां रह गए बाजार को गिरानेवाले!

अब मैं अपने मुंह से क्या कहूं? सारी दुनिया समझ गई है कि जब ग्रीस को ऋण संकट में मदद देनी की बात यूरोपीय संघ ने मंजूर कर ली थी, तब बाजार में इस तरह की गिरावट का कोई तुक नहीं था। मैंने आपको बता दिया था कि रविवार को ऐसा हो जाएगा। मैंने यह भी कहा था कि यूरोपीय संघ के पास इसके अलावा कोई चारा नहीं है। चाहे कुछ भी हो जाए, यूरो डूब नहीं सकता।

यूरोपीय संघ की पहल पर रविवार को आईएमएफ (अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष) ने ग्रीस के लिए 38 अरब डॉलर का ऋण पैकेज मंजूर कर लिया। यह आईएमएफ द्वारा किसी भी देश को दिया गया अब तक का सबसे बड़ा पैकेज है। इससे डॉलर के सापेक्ष यूरो में भी काफी मजबूती आई है। यह बात अब लगभग निश्चित हो गई है कि ग्रीस अपने संकट से निकल आएगा और उसका संकट यूरोप के दूसरे देशों को अपनी गिरफ्त में नहीं ले पाएगा। सोमवार को एशिया में क्रूड ऑयल फ्यूचर्स में काफी तेजी देखी गई। अमेरिका में डाउ जोंस में भी 400 अंकों की बढ़त की खबर है।

एचएनआई (हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स) के लिए काम करनेवाली हमारी डेस्क आज ज्यादा ही चहक रही है। एचएनआई ने टिस्को, आईबी रीयल्टी, हिंडाल्को, आईएफसीआई और निफ्टी में खरीद कर रखी थी। आज उन्होंने इनमें जमकर मुनाफा कमाया, इसलिए नहीं कि उन्होंने जोखिम उठाया बल्कि इसलिए उन्होंने मेरे नजरिए से इत्तेफाक रखा।

वैसे, जोखिम और मुनाफे में सीधा रिश्ता है। कम जोखिम कम लाभ, ज्यादा जोखिम ज्यादा लाभ। आज यही हुआ। निफ्टी 5200 के ऊपर बंद हुआ। मेरा तो मानना है कि कुछ लोग शॉर्ट सौदे करके अब भी फंसे हुए हैं और इन्हें पूरा करने के लिए उनकी खरीद होनी अभी बाकी है।

आईएफसीआई की परख हमने ही की थी। सीएनआई ने आज खबर ब्रेक की और इसके बाद तीन बिजनेस चैनलों ने इसका अनुसरण किया। जल्दी ही आईएफसीआई की हिस्सेदारी बेचने के लिए ताजा बोलियां आमंत्रित की जाएंगी। और, फिर आईएफसीआई का शेयर एकदम नई राह पर चल निकलेगा।

निफ्टी 5200 पर पहुंच गया और जल्दी ही 5252 का भी स्तर पार कर जाएगा। लेकिन उसके बाद क्या? कौन से स्टॉक खरीदे जाएं? क्या हमें फिर टेक्निकल एनालिस्टों की सलाह पर कल टिस्को में 625 रुपए के भाव पर खरीद करनी चाहिए? आज सुबह तक बाजार में भयंकर डर छाया हुआ था और अब कल से लालच की मारामारी शुरू हो जाएगी।

हमने साबित कर दिया है कि हम छोटी अवधि की ट्रेडिंग कॉल भी पेश कर सकते हैं, वो भी एकदम सटीक। लेकिन यह काम भी हम हल्के-फुल्के तरीके से नहीं करते। हमारा यकीन अब भी लंबे सौदों में हैं। ट्रेडिंग तो तभी की जा सकती है जब सारा बाजार बेचने पर उतारू हो।

नेता वही है जो लोगों की बात को कान देता है, जिनकी छोटी से छोटी बात भी उसके लिए मायने रखती है। (चमत्कार चक्री एक अनाम शख्सियत है। वह बाजार की रग-रग से वाकिफ है लेकिन फालतू के कानूनी लफड़ों में नहीं उलझना चाहता। सलाह देना उसका काम है। लेकिन निवेश का निर्णय पूरी तरह आपका होगा और चक्री या अर्थकाम किसी भी सूरत में इसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा। यह कॉलम मूलत: सीएनआई रिसर्च से लिया जा रहा है)

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