जो चीज सबके हित से जुड़ी हो, जिससे सबका वास्ता हो, उससे जुड़ी बातों को छिपाना गुनाह है। निजी बातों को सार्वजनिक नहीं करना चाहिए। लेकिन सार्वजनिक बातों की परदादारी से भ्रष्टाचार उपजता है।
2011-12-28
जो चीज सबके हित से जुड़ी हो, जिससे सबका वास्ता हो, उससे जुड़ी बातों को छिपाना गुनाह है। निजी बातों को सार्वजनिक नहीं करना चाहिए। लेकिन सार्वजनिक बातों की परदादारी से भ्रष्टाचार उपजता है।
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