जो जितना कमजोर, उससे उतना ही ज्यादा टैक्स। आप जानकर चौंक जाएंगे कि दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर के जिस कोचिंग सेंटर में सिविल सर्विसेज की तैयारी कर रहे तीन छात्रों की मौत हो गई, उसके बारे में केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय के पास कोई जानकारी नहीं है। राज्यसभा में ओल्ड राजिंदर नगर के हादसे तो मुद्दा उठा तो सरकार के पास केवल जीएसटी वसूली के अलावा कोई जवाब नहीं था। शिक्षा मंत्रालय को बस इतना पता है कि देश भर में ऐसे कोचिंग सेंटरों से सरकार ने पिछले पांच साल में 17,685.57 करोड़ रुपए का जीएसटी वसूला है। ऐसे कोचिंग सेंटरों से वसूला जा रहा जीएसटी 2019 से 2024 तक के पांच सालों में 146% से ज्यादा बढ़ गया है। कुल मिलाकर सरकार ने जून महीने में जीएसटी से कुल 1.74 लाख करोड़ रुपए जुटाए हैं। अब आगे तो वह हर महीने का डेटा भी बंद करने जा रही है। डरती है कि आम लोग कहीं सवाल उठाना न शुरू कर दें। लेकिन सवाल तो उठ ही रहे हैं। लोग पूछने लगे हैं कि खाने-पीने की चीजों से लेकर बिजली, टेलिकॉम, हेल्थकेयर और हेल्थ इंश्योरेंस के प्रीमियम तक पर 18% जीएसटी वसूला जाता है। लेकिन हीरे और सोने पर 3% जीएसटी ही क्यों लगता है? यहां तक कि कोई अरबपति हेलिकॉप्टर खरीदे तो उसे मात्र 6% जीएसटी देना पड़ता है। आबादी में नीचे के 50% लोग ही कुल जीएसटी का 64% अदा करते हैं। अब मंगलवार की दृष्टि…
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