अगर कॉरपोरेट लॉबिस्ट नीरा राडिया को सही माना जाए तो जमीन जायदाद का कारोबार करनेवाली यूनिटेक ने अपनी दूरसंचार कंपनी को रिलायंस इंडस्ट्रीज को बेचने का प्रस्ताव किया था। राडिया ने यह बात 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले में पूछताछ के दौरान सीबीआई को बताई।
राडिया ने कहा कि इस आशय की पेशकश यूनिटेक समूह के प्रबंध निदेशक संजय चंद्रा ने की थी। इस मामले में संजय चंद्रा भी एक आरोपी है। राडिया के अनुसार कंपनी के सामने आर्थिक मुश्किलों के चलते चंद्रा ने यह पेशकश की थी।
सीबीआई ने राडिया के बयान को आरोप पत्र के साथ दो अप्रैल को अदालत में पेश किया। इसमें राडिया के हवाले से कहा गया है, ‘‘फोन पर बातचीत के दौरान संजय चंद्रा ने मुझसे आग्रह किया कि उनके मौजूदा आर्थिक संकट को देखते हुए क्या मुकेश अंबानी उनके दूरसंचार कारोबार को खरीदने के इच्छुक होंगे।’’
राडिया के अनुसार उन्होंने चंद्रा को बता दिया था कि मुकेश की दूरसंचार में रुचि नहीं है। यहां तक कि 2जी लाइसेंस पानेवाले डाटाकॉम के लिए धूत को, एचएफसीएल के लिए महेंन्द्र नाहटा को भी मुकेश ने इनकार कर दिया था।