जाने-माने अर्थशास्त्री और राजनीतिक विश्लेषक अरविंद पनगारिया ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) को भंग करने की मांग करते हुए कहा है कि यह देश में उच्च शिक्षा का दम घोंट रही है।
पनगारिया न्यूयार्क स्थित कोलंबिया विश्वविद्यालय में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं। मंगलवार को मुंबई में एक समारोह के दौरान उन्होंने कहा कि यह उचित समय है कि हम इस विशालकाय विश्वविद्यालय अनुदान आयोग को भंग कर एक उचित संगठन बनाएं जो मुस्तैद हो और आज व कल की जरूरतों को पूरा करे।
उन्होंने सवाल उठाया कि पाठ्यक्रम निर्धारण में यूजीसी की क्या भूमिका है? क्यों नहीं हर विश्वविद्यालय को अपनी क्षमता और जरूरतों के मुताबिक अपना पाठ्यक्रम तय करने दिया जाता।
उन्होंने इस बात का भी जिक्र किया कि अमेरिका में उच्च शिक्षा का कोई नियामक नहीं है जहां प्राध्यापक तक एक नया पाठ्यक्रम शुरू कर सकता है। उनका कहना था कि हमें भी उस मॉडल का पालन करना चाहिए।