टाटा कॉम असली दम से काफी कम

अफवाहें तो उड़ती हैं, उड़ाई जाती हैं। लेकिन बाजार के लिए रत्ती-रत्ती खबर भी कीमती होती है। कंपनी के अंदर की खबर बाहर निकले तो सबको एक साथ पता चले ताकि बाजार में कोई भेदभाव न हो सके। इसीलिए इनसाइडर ट्रेडिंग का नियम बना हुआ है। जाहिर है अंदर की बातें निकालकर ट्रेड करना बाजार के स्वस्थ विकास के लिए अच्छा नहीं है। ऐसे में अपने निवेश के जोखिम को कम करने का सबसे सही तरीका है रिसर्च आधारित नजरिया बनाकर चलना। लेकिन जोखिम कम करने की भी कीमत होती है। हम पैसे से पैसा बनाने निकलें तो यह बात हमें मन में अच्छी तरह बैठा लेनी चाहिए।

आज मैं आपके साथ टाटा कम्युनिकेशंस के बारे में ऐसी ही ‘खबर’ बांटने जा रहा हूं जो रिसर्च पर आधारित है और बाकायदा उसकी कीमत है। लेकिन आपको मुफ्त में। इस रिसर्च के एक-एक पहलू में न जाकर मैं उसके केवल निष्कर्ष आपको बताता हूं। टाटा कम्युनिकेशंस का शेयर अभी 290 रुपए के आसपास चल रहा है। लेकिन उसका असली मूल्य 787 रुपए है। यानी, यह शेयर अपने अंतर्निहित मूल्य से करीब 63 फीसदी डिस्काउंट पर ट्रेड हो रहा है। जैसे ही यह मूल्य सामने आएगा, कंपनी की फिर से रेटिंग होगी, शेयर उछल सकता है।

असल में कंपनी के पास पुणे में 524 एकड़, कोलकाता में 35 एकड़, छतरपुर (दिल्ली) में 58 एकड़, ग्रेटर कैलाश (दिल्ली) में 70 एकड़ और चेन्नई में 53 एकड़ जमीन है। टाटा टेली सर्विसेज (महाराष्ट्र) में उसकी 10 फीसदी इक्विटी है। और भी कई चीजें हैं जो उसका मूल्यांकन बढ़ा देती हैं। इस मूल्यांकन के बाहर आने के लिए बस किसी ट्रिगर का इंतजार है। कहां से आएगा यह ट्रिगर?

सरकार ने अगर टेलिकॉम में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की सीमा 74 फीसदी कर दी तो टाटा कम्युनिकेशंस में 26 फीसदी की हिस्सेदार जापानी कंपनी एनटीटी ने पहली ही 20 फीसदी इक्विटी और खरीदने का अधिकार ले रखा है। इसलिए वह फौरन इस अधिकार पर अमल करेगी। दूसरी बात यह है कि कंपनी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश में अपनी 70 एकड़ जमीन बेचने के लिए एक प्रमुख रीयल एस्टेट कंपनी से बातचीत कर रही है। यह जमीन 5000 से 6000 करोड़ रुपए की है। लेकिन कंपनी को इसके लिए सरकार की पूर्व अनुमति जरूरी है क्योंकि उसके ऊपर 2300 करोड़ रुपए का कर्ज है और जमीन की बिक्री से मिली रकम से पहले यह कर्ज उतारा जाएगा। सूत्रों के मुताबिक सरकार की मंजूरी बहुत जल्द ही मिलने जा रही है।

निष्कर्ष यह है कि अंदर की मजबूती के आधार पर टाटा कम्युनिकेशंस के शेयर का बढ़ना तय है। अगले तीन महीनों में यह आराम से 450 रुपए तक जा सकता है। बस, जरूरत है तो किसी ट्रिगर की। ट्रिगर दबे, दौड़ शुरू हो, इससे पहले हमें अपनी तैयारी कर लेनी चाहिए।

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