मंत्र की मथनी
2010-07-02
जिस तरह दही को मथने से मक्खन निकलता है, उसी तरह मंत्रों का निरंतर जाप हमारे अंदर छिपी शक्तियों को बाहर निकालता है। मंत्र राम भी हो सकता है और मरा भी। यह वाक्य भी हो सकता है और विचार भी।और भीऔर भी
जिस तरह दही को मथने से मक्खन निकलता है, उसी तरह मंत्रों का निरंतर जाप हमारे अंदर छिपी शक्तियों को बाहर निकालता है। मंत्र राम भी हो सकता है और मरा भी। यह वाक्य भी हो सकता है और विचार भी।और भीऔर भी
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