पूंजी बाजार नियामक सस्था, भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) ने जोर-शोर से चार नए कार्यकारी निदेशकों की तलाश शुरू कर दी है। ये कार्यकारी निदेशक कुछ महत्पूर्ण पदासीन निदेशकों का स्थान लेंगे। ये निदेशक फिलहाल म्यूचुअल फंड और शेयर बाजार जैसे महत्वपूर्ण विभाग देख रहे हैं। बाजार नियामक संस्था ने इन निदेशकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू करते हुए चार कार्यकारी निदेशकों के पदों के लिए आवेदन मांगे हैं। इनमें से एक कार्यकारी निदेशक विधि मामलोंऔरऔर भी

सत्यम कंप्यूटर सर्विसेज (अभी की महिंद्रा सत्यम) के खातों में 7136 करोड़ रुपए की भयंकर घपलेबाजी जब हुई थी, तब उसके ऑडिट का काम अंतरराष्ट्रीय स्तर की फर्म प्राइस वॉटरहाउस देख रही थी। देश के कॉरपोरेट जगत को हिला देनेवाले इस घोटाले में पूंजी बाजार नियामक संस्था, सेबी ने प्राइस वॉटरहाउस के खिलाफ पहला कारण बताओ नोटिस 14 फरवरी 2009 को जारी किया था और मामले की सुनवाई 30 मार्च 2010 को शुरू हुई थी। लेकिन प्राइसऔरऔर भी