भोर होने को है। घर की छोटी-बड़ी औरतें हर कोने-अंतरे में जाकर सूप पीटकर एकस्वर में कहती हैं – ईशर आवएं, दलिद्दर जाएं। पता नहीं कि उनका ईशर कोई ईश्वर है या ऐश्वर्य। लेकिन दलिद्दर में दुख देनेवाली हर चीज़ का समावेश है। चाहे वो बीमारी हो, निर्धनता हो या कोई झगड़ा-फसाद व क्लेश हो। वे शोर नहीं करतीं। पूरी शांति से इस दारिद्रय को भगाने का अभियान चलातीं, पुरुष और बच्चों की भोर की नींद मेंऔरऔर भी

दीये की लौ को देखिए। अंधेरे के आखिरी छोर तक बढ़ते गए उसके वलय की लहरों को देखिए। देखना चाहेंगे तो आपको दशकों नहीं, सदियों पुराना इतिहास दिख जाएगा। नहीं चाहेंगे तो बस इतना दिखेगा कि पहले घी के दीये जलते थे, खेतों की मेड़ों और घरों की मुंडेरों पर। दीये फिर तेल के हुए और अब बहुत हुआ तो पामोलिन या सस्ते वनस्पति के दीये जलते हैं। नहीं तो मोमबत्ती के बने-बनाए दीयों की भरमार है।औरऔर भी

हाथियों की दौड़ में मिट्टी की मिट्टी पलीद हो जाती है। हमारे शेयर बाजार का भी यही हाल है। इसलिए अच्छा है जो छोटे निवेशक यहां से गायब हैं। यहां फिलहाल बड़ों की मार चल रही है। एफआईआई, बीमा कंपनियां व म्यूचुअल फंड दूसरों के पैसों पर खेलते हैं तो उन्हें इसके डूबने पर अंदर से कोई तकलीफ नहीं होती। उनके अधिकारियों व कर्मचारियों को मैनेज किए जा रहे फंड के कमीशन से मोटी तनख्वाह मिलती रहतीऔरऔर भी

देश के इक्विटी बाजार में उतरनेवाला नया स्टॉक एक्सचेंज, एमसीएक्स एसएक्स पूरी तैयारी कर चुका है और बहुत मुमकिन है कि 13 नवंबर को दीवाली के मंगल अवसर पर या इससे पहले ही एक्सचेंज में ट्रेडिंग शुरू कर दे। एक्सचेंज के उप-चेयरमैन जिग्नेश शाह ने सोमवार को मुंबई में एक प्रेस कांफ्रेंस में बताया, “नौ साल पहले 18 नवंबर को हमने अपने कमोडिटी एक्सचेंज एमसीएक्स की शुरुआत की थी। हमारी कोशिश एमसीएक्स एसएक्स की शुरुआत भी नवंबरऔरऔर भी

दिवाली पर मुहूर्त ट्रेडिंग से पहले की मेरी टिप्पणी याद करें। मैंने कहा था कि निफ्टी 5350 तक जाएगा। न इस, न उस, न किसी भी बाजार के किसी भी शख्स ने ऐसा कहा था। लेकिन हम बराबर ज़ोर देकर कहते रहे कि बाजार जल्दी ही 5350 का लक्ष्य हासिल कर लेगा। और, एकदम महेंद्र सिंह धोनी के अंदाज में बाजार ने दिवाली नहीं तो एक दिन बाद आज ऐसा कर दिखाया। निफ्टी पूरे 2.92 फीसदी कीऔरऔर भी